Page 35 - Mann Ki Baat - Hindi
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मध््य प्रदेश में मछली
पयालन
लोग हमेें ्यह कहकर
ये
ये
हतोत्सापहत करत थ पक हमे
मेपहलाएँ हैं, इसपलए ्यह नहीं कर
सकतीं, मेछली िालन नहीं कर
सकतीं, उन्दहें बाहर ल जाकर
ये
नहीं बच सकतीं, लयेपकन अिनी
ये
ये
पहम्मेत और मेयेहनत स हमेन ये
उन्दहें गलत सापबत कर पद्या।
ये
हमेन उनके सोचन का तरीका
ये
ु
बदल पद्या। वही लोग, जो किी शारदा धिवे, प्रमुख,
ये
ये
ये
हमेारा साथ नहीं दत थ, अब शारदा आजीक्वका
हमेार प्र्यासों की सराहना करत ये स्वयं सहायता
ये
हैं। समतूह
मध््य प्रदेश में ्तयालयाब
िे बड़ी मयात्या में गयाद
सन्कयालनया
हमे बारह सदस््य हैं, जो बहनों की
तरह इस समेूह मेें पमेलकर कामे करत हैं।
ये
हमे िल और सस््धज्याँ उगात हैं। हमेन ्यहाँ
ये
ये
सब कुछ सीखा है। ्यह एक बंजर जमेीन थी।
ये
ये
ये
हमेन इसकी दखिाल की। जब हमेन ्यहाँ
ये
ू
िलेा रजक, कामे करना शुरू पक्या तो िौध बहुत छोटि़े
ये
ये
हरी बक्गया स्वयं थ। अब व ियेड़ बन गए हैं और आमे, अमेरूद,
सहायता समह की कटिहल, कद्दू, जामेुन, करौंदा आपद िल दये
तू
ये
ये
ये
सदस्य रह हैं। इन ियेड़ों स जो िल पमेलत हैं, उन्दहें
ये
हमे खात हैं, स्कलों और आँगनबाड़ी मेें दत ये
कू
ये
हैं और बचत िी हैं। हमेन सिी को सलाह दी
ये
ये
ये
है पक व अपधक मेयेहनत करें और समेद् बनें।
ये
ृ
्यह सिी के पलए अच्छा होगा।
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