Page 39 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 39
ें
ू
स्थानों म उपयोगकता्ष की अनुभफत को
भी बढ़ाता है।
ैं
भारत की लगातार बढ़ती और क्या आप जानते ह ?
आकांक्ी शहरी आबादोी की सहायता करन े दोफनया की अग्रणी बहु-फवर्यक फवज्ाान
ु
के फलए, स्वच््छ भारत फमशन ने शहरों म ें पफत्का ‘नेचर’ म प्मुख फवशर्ज्ाों द्ारा
े
ें
ु
6.36 लाख सामदोाफयक और साव्षजफनक प्काफशत एक हाफलया अध्ययन से पता
शौचालयों को एकीकृत फकया है, फजसस े चलता है फक भारत के महत्तवाकांक्ी
ृ
ें
ु
दोेश के स्वच््छता बफनयादोी ढाँचे म वफद् हुई राष्टट्रीय स्वच््छता काय्षक्रम– स्वच््छ
ु
है। शौचालयों और स्वच््छता बफनयादोी ढाँच े भारत फमशन (एसबीएम) ने दोेश भर
ें
के फनमा्षण से न केवल स्वच््छता म स्धार म फशशु और पाँच साल से कम उम्र
ु
ें
ें
हुआ, बब्ल्क खासकर ग्रामीण क्ेत्ों म, के बच्ों की मृत्य दोर को कम करन े
ु
स्वास््थ्य पर भी कािी प्भाव पड़ा। स्वच््छ म महत्तवपण्ष योगदोान फदोया ह, फजसस े
ै
ू
ें
भारत की कहानी हर नागररक के फदोल म ें हर साल 60,000 - 70,000 फशशुओं की
बसने वाले कत्षव्य और जुनून की अदोम्य जान बच रही है।
भावना का शब्क्तशाली प्माण है। गंगा के
ें
पफवत् तटों से लेकर फवस्तत बंगाल की 2014 म शुरू फकया गया स्वच््छ भारत
ृ
ु
खाड़ी तक, फबहार और झारखंड के कद्रीय फमशन दोफनया के सबसे बड़े राष्टट्रीय
ें
स्थलों से लेकर पब्श्चमी घाटों तक स्वच््छ व्यवहार पररवत्षन स्वच््छता काय्षक्रमों
ें
े
भारत के दोब्ष्टटकोण को भारत के हर कोन े म से एक है, फजसका उद्दश्य समूचे दोेश
ृ
ें
ें
म रहने वाले नागररकों ने अपनाया है। के घरों म शौचालय उपलब््ध कराकर
ें
स्वच््छ भारत लोगों द्ारा, लोगों खुले म शौच को खत्म करना है।
के फलए और लोगों के
साथ चलाए जाने वाल े
अफभयान का प्मुख
उदोाहरण है।
35
35