Page 32 - Mann Ki Baat - Hindi
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ये प्यास महत्तवपण्ष हैं। उत्तर प्दोेश के सरकारी सहायता महत्तवपण्ष रही है,
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मुरादोाबादो फजले में हाल ही में फकए गए जो जल सुरक्ा से जड़ी चुनौफतयों का
एक अध्ययन में अंतरराष्टट्रीय जल सामना कर रहे अन्य दोशों के फलए
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प्ब्धन संस्थान (आईडब्ल्यएमआई) एक मॉडल प्स्तत करती है। 2021 में
ने पाया फक अमृत सरोवर पर स्थानीय फिर से अपने लॉन्च होने के बादो स े
अफ्धकाररयों द्ारा फकए गए ठोस प्यासों इस अफभयान ने लगभग 1 लाख करोड़
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से भूजल के ररचाज्ष और समदोायों के रुपये के फनवेश के साथ 7.9 फमफलयन स े
फलए बहुत जरूरी साव्षजफनक स्थान अफ्धक जल-सम्बं्धी कायषों की दोेखरेख
बनाने सफहत कई लाभ फमल रहे हैं। की है। फवफभन्न फजला प्शासनों द्ारा
मुरादोाबादो के फबलारी ब्लॉक में एक ठोस प्यास फकए गए हैं और इसने ग्राम
मफहला स्वयं सहायता समूह तालाबों पंचायतों और शहरी स्थानीय फनकायों
के फनमा्षण से लेकर रखरखाव तक जैसी स्थानीय संस्थाओं को जल
का काम करता है। फनफम्षत तालाब में संरक्ण कायषों की योजना बनाने और
मफहलाएँ म्छली पालन करती हैं और उन्हें फक्रयाब्न्वत करने का अफ्धकार
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भोजन/नाश्त इत्याफदो की फबक्री कर फदोया है। प्गफत पर नज़र रखने के फलए
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आय अफज्षत कर रही हैं। ं जीआईएस मफपंग और मोबाइल ऐप
‘ककैच दो रेन’ की सिलता में सफहत फडफजटल टूल से जोड़ना, प्भावी
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जल प्ब्धन योजना और पारदोशजी
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फनगरानी सफनब्श्चत करने के फलए
प्ौद्ोफगकी का उपयोग करने की बढ़ती
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वब्श्वक प्वफत्त को दोशा्षता है।
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सामदोाफयक भागीदोारी ‘ककैच दो
रेन’ अफभयान की सिलता का आ्धार
रही है। 2024 की थीम, नारी शब्क्त स े
जल शब्क्त का िोकस जल संरक्ण
के प्यासों का नेतृत्व करने के फलए
मफहलाओं को सशक्त बनाने के महत्तव
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पर जोर दोेता है। मध्य प्दोेश के बदोेलखंड
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क्ेत् में जल सहफलयों की सिलता की
कहाफनयाँ स्पष्टट रूप से दोशा्षती हैं फक जल
संसा्धनों के प्ब्धन में मफहलाएँ फकतनी
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पररवत्षनकारी भफमका फनभा सकती
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हैं। ग्रामीण क्ेत्ों में ग्राम पंचायतों और
शहरों में शहरी स्थानीय फनकायों जैसी
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