Page 55 - Mann Ki Baat - Hindi
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          ्ी। सवतित्तिा प्राकपति के बाद जहा  ँ
          ‘जन गण मन’ राषट्रीय गान बना,
          वहीं  ‘वंदे  मातिरम्’  भारति  का
          राषट्रीय गीति बनकर अमर है जो
                      ं
          ्संघर्ष और सवतित्तिा के बीच की
             ं
          क्नरतिरतिा का प्रतिीक है।
              भविासर का सममान
                             ृ
              वर्ष  2025  एक  दकषट  ्स  े
          ऐक्तिहाक््सक पडाव कहा जा ्सकतिा
          है ्योंक्क वंदे मातिरम् की रचना के
                                 ू
          150 वर्ष पण्ष हुए हैं। इ्स महत्वपण्ष
                 ू
          अव्सर  को  यादगार  बनाने  के
          क्लए प्रधानमंत्ी नरनद्र मोदी ने 7
                        े
          नव्बर, 2025 को वर्षभर चलन  े
          वाले उत्सव का शुभार्भ करके        ‘वंदे मातिरम्’ के 150 वर्ष के इ्स ्समारोह
          इ्से एकतिा, समरण और गव्ष का उत्सव   का शुभार्भ हमारी भावनाओं ्से जुडी
          मनाने वाले राषट्रीय पव्ष में बदल क्दया।
                                            ऐक्तिहाक््सक क्वरा्सति को एक नया सवरूप
                                            प्रदान करतिा है। प्रधानमंत्ी का आह्ान
                                            क्क “हमें ‘वंदे मातिरम्’ के 150वें वर्ष को
                                            भी  अक्वसमरणीय  बनाना  है,  हमें  भावी


























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