Page 51 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 51
ै
ू
बायोटा कूग्ष FPC ज्से ्सफल ्सामक्हक कॉफी क्ेत् क्वकक््सति भारति 2047 के
मॉिल क्क्सानों को स्ायी रूप ्से उतपादन क्वज़न विारा क्नदवेक्शति है, क्ज्सके तिहति
ु
बढ़ाने और प्रीक्मयम बाज़ारों तिक पहँचन े भारति को पया्षवरण-अनुकूल, क्टकाऊ,
में ्सक्म बनातिे हैं। काॅफी शासत्, बररसतिा प्रीक्मयम कॉफी के उदगम स्ल और एक
कौशल प्रक्शक्ण, PGDCQM और AIC- महान कॉफी ्संसकक्ति वाले देश के रूप में
कृ
ू
CCRI के अतिग्षति इन्यबेशन पलटफॉम्ष स्ाक्पति करना है।
े
ं
के माधयम ्से कौशल क्वका्स एक प्रमुख हमारे ‘केंद्रीय कॉफी अन्संधान
ु
केंद्र क्बंदु बना हुआ है, जो फाम्ष-टू-कैफे ्संस्ान’ के शतिा्दी ्समारोह का क्वरय ‘7
ं
े
मूलय शखला में उद्क्मतिा और क्वशरज्ञतिा लाख टन के शानदार भक्वषय के क्लए 7
को पोक्रति करतिा है। बीज’ भारतिीय कॉफी को गुणवत्ता, नवाचार
आगे का िासरा और पया्षवरणीय क्ज़्मदारी का पया्षय
े
भारति का कॉफी क्नया्षति 2024-25
में 1.80 क्बक्लयन अमेररकी िॉलर को पार बनाने की महत्वाकांक्ा को दशा्षतिा है।
कृ
कर गया है, जो लगातिार चौ्ा वर्ष है जब भारतिीय कॉफी की कहानी प्रकक्ति,
यह 1 क्बक्लयन अमेररकी िॉलर के आँकड े ज्ञान और ्समुदाय के ्सामंजसय में है।
ृ
ै
ु
ै
्से ऊपर रहा है। अब 38 प्रक्तिशति क्नया्षति ज्से-ज्से दक्नया ्समद और अक्धक ्सुगम
ें
मूलयवक्ध्षति है और भारति इंसटट कॉफी के कॉफी अनुभवों को अपना रही है, भारति
क्लए एक अग्रणी वकशवक केंद्र के रूप में न केवल एक उतपादक के रूप में बकलक
ै
कृ
उभर रहा है, क्ज्स्से देश की प्रक्तिसपधवी ्संसकक्ति, जैव क्वक्वधतिा, ्सश्तिीकरण
कृ
ू
कस्क्ति लगातिार मज़बति हो रही है। म्ति और उतकषटतिा ्से ओतिप्रोति कॉफी कप पेश
ु
ु
वयापार ्समझौतिों ्से बाज़ार पहँच में और करने वाले के रूप में भी खडा है।
ु
वक्द होने की उ्मीद है। भारति में क्नक्म्षति, दक्नया विारा प्संद की
ृ
भक्वषय की ओर देखतिे हुए, भारतिीय जाने वाली कॉफी का यह ्सफर जारी है...!
51 51

