Page 53 - Mann Ki Baat - Hindi
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टेरयाकोटया फूलदयान
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               x  टिटिा हुआ एकल टिुकड़ा िकूलदान
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               x  िवशी िारत सये
                             ं
               x  3-4वीं शता्धदी सये सम्बपधत
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               x  हापथ्यों  की  जपटिल  आकपत्यों  सये  सजा्या  ग्या,  मेगरमेच्छ  िर  सवार  एक
               मेपहला, जली्य जानवर आपद।
               x  पमेट्टीी के बत्यनों मेें प्राचीन िारती्य कलात्मेकता का प्रतीक है।


                                             चूनया पत्र्र की मूभत ति
               x  दपक्ण िारत सये
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                                 ं
               x  िहली ईसा िव्य शता्धदी सये सम्बपधत।
               x  एक िगड़ी िहनये हुए िुरुर्ष को खड़ा पदखा्या ग्या है, पजसके साथ दो मेपहलाएँ
               और एक मेहावत है।
               x  पनचलये पहस्सये मेें एक घोड़़े का पसर और एक िपह्या है।
               x  अिनये ऐपतहापसक मेहत्तव के पलए ध््यान दयेनये ्योग््य।






                                                  िगवयान बुद्ध
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               x  खड़ी बलुआ ित्थर की मेपत्य
               x  उ�र िारत सये
                              ं
               x  15-16वीं शता्धदी सये सम्बपधत
                                    ृ
               x  एक प्रवाही वस्त् मेें पलिटिी शांत आकपत।
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               x  िगवान बद् को अि्य मेद्रा मेें पदखा्या ग्या है।
               x  शांपत का प्रतीक और आध््यास्त्मेक ज्ान।




                                                िगवयान गणेश
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               x  काँस््य मेपत्य
               x  दपक्ण िारत सये
                              ं
               x  17-18वीं शता्धदी सये सम्बपधत
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               x  चार िजाओं वाली मेपत्य मेें दयेवता को िासा, दाँत, मेोदक और िरशु िकड़़े हुए
               पदखा्या ग्या है।
               x  अिनी दपक्ण िारती्य काँस््य पशल्िकला और धापमे्यक िस्क्त के पलए प्रपसद्।


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