Page 15 - Mann Ki Baat - Hindi
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घि दतिंगा अदभयान’ के दलए जैसे पूिा   ये  महान  प््व  का  दहससा  बनेंगे।  िेश
          िेश एक साि आया िा, ्ैसे ही हमें इस   की  आज़ािी  के  दलए  मि-दमटने  ्ालों
          बाि भी दिि से, हि घि दतिंगा िहिाना   को  हमेशा  याि  ि्खना  है।  हमें  उनके
          है औि इस पिमपिा को लगाताि आगे     सपनों को सि किने के दलए दिन-िात
          बढ़ाना  है।  इन  प्यासों  से  हमें  अपने   मेहनत  किनी  है  औि  ‘मन  की  बात’
          कत्त्ववय का बोध होगा, िेश की आज़ािी   िेश्ादसयों की इसी मेहनत को, उनके
          के दलए दिए गए असंखय बदलिानों का   सामदहक प्यासों को सामने लाने का ही
                                               ू
          बोध होगा, आज़ािी के मूलय का एहसास   एक माधयम है। अगली बाि, कुछ नए
          होगा।  इसदलए  हि  िेश्ासी  को  इन   द्रयों के साि आपसे मुलाकात होगी।
          प्यासों से ज़रूि जुड़ना िादहए।     बहुत-बहुत धनय्ाि। नमसकाि।


              मिे  पयािे  िेश्ादसयो,  ‘मन  की   ‘मन  की  बात’  सुनने  के  दलए
               े
          बात’ में आज बस इतना ही। अब कुछ    QR कोड सकैन किें।
          ही दिनों में हम 15 अगसत आज़ािी का











































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