Page 12 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 12

नाइट, बाइक िैलीज़ जैसे काय्वक्म हो   मुशकत के इस नेक अदभयान में अपना
                                    े
        िहे हैं। िंडीगढ़ में इस मैसेज को सप्ड   योगिान िे िहे हैं। नशे की लत, न दसि्फ
        किने के दलए लोकल कलबस को इससे     परि्ाि, बशलक पूिे समाज के दलए बड़ी
        जोड़ा गया है। ्े इनहें VADA (्ािा) कलबस   पिेशानी बन जाती है। ऐसे में यह ्खतिा
        कहते हैं। ्ािा यानी द्कट्ी  अगेंसट ड्रगस   हमेशा  के  दलए  खतम  हो,  इसके  दलए
        एबयूज, पंजाब में कई सपोरस्व ग्रुपस भी   ज़रूिी है दक हम सब एकजुट होकि इस
        बनाए गए हैं, जो दिटनेस पि धयान िेने   दिशा में आगे बढ़ें।
        औि  नशा  मुशकत  के  दलए  अ्ेयिनेस
        कैमपेन  िला  िहे  हैं।  नशे  के  द्खलाफ़   मिे पयािे िेश्ादसयो, जब बात ड्रगस
                                               े
        अदभयान में यु्ाओं की बढ़ती भागीिािी   औि य्ा-पीढ़ी की हो िही है, तो मैं आपको
                                               ु
        बहुत उतसाह बढ़ाने ्ाली है। ये प्यास   मधय प्िेश की एक इंसपायरिंग जननी के
        भाित में नशे के द्खलाफ़ अदभयान को   बािे में भी बताना िाहता हँ। ये इंसपायरिंग
                                                            ू
        बहुत ताकत िेते हैं। हमें िेश की भा्ी   जननी है दमनी ब्ाज़ील की। आप सोि िह  े
        पीदढ़यों को बिाना है, तो उनहें ड्रगस से   होंगे दक मधय प्िेश में दमनी ब्ाज़ील कहा  ँ
         ू
        िि ि्खना ही होगा। इसी सोि के साि   से आ गया, यही तो शर्सट है। एम.पी.
        15 अगसत, 2020 को ‘नशा मुकत भाित   के  शहडोल  में  एक  गा्  है  दबिािपि।
                                                                     ु
                                                            ँ
        अदभयान’ की शुरुआत की गई िी। इस    दबिािपि  को  दमनी  ब्ाज़ील  कहा  जाता
                                               ु
        अदभयान से 11 किोड़ से ़जयािा लोगों को   है। दमनी ब्ाज़ील इसदलए, कयोंदक ये गा्
                                                                      ँ
        जोड़ा गया है। िो हफते पहले ही भाित ने   आज  िटबाल  के  उभिते  दसतािों  का
                                                ु
        ड्रगस के द्खलाफ़ बहुत बड़ी काि्व्ाई की   गढ़ बन गया है। जब कुछ हफत पहल  े
                                                                   े
        है। ड्रगस की किीब डेढ़ ला्ख दकलो की   मैं  शहडोल  गया  िा,  तो  मिी  मुलाक़ात
                                                              े
        ्खेप को जबत किने के बाि उसे न्ट कि   ्हाँ ऐसे बहुत सािे िटबॉल द्खलादड़यों
                                                           ु
        दिया गया है। भाित ने 10 ला्ख दकलो   से  हुई  िी।  मुझे  लगा  दक  इस  बािे  में
        ड्रगस को न्ट किने का अनो्खा रिकॉड्ड   हमािे िेश्ादसयों को औि ्खासकि य्ा
                                                                      ु
        भी बनाया है। इन ड्रगस की कीमत 12,000   सादियों को ज़रूि जानना िादहए।
        किोड़ रुपये से भी ़जयािा िी। मैं उन    सादियो,  दबिािपि  गा्  के  दमनी
                                                          ु
                                                              ँ
        सभी की सिाहना किना िाहूँगा, जो नशा   ब्ाज़ील  बनने  की  यात्ा  िो-ढाई  िशक

















                                       8 8
   7   8   9   10   11   12   13   14   15   16   17