Page 20 - Mann Ki Baat - Hindi
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सपनों के भाित का दनमा्वण कि सकरें।  या  उनके  नाम  पि  पदट्काएँ  समदप्वत
            अपने  ‘मन  की  बात’  के  103्ें   किके  अपने  सिानीय  बहाििों  का
                                                                  ु
        एदपसोड  में  प्धानमंत्ी  ने  अमृत   सममान दकया है। इसके अला्ा हमािे
        महोतस् के समापन एदपसोड के रूप में   िा्ट् के नायकों के ्ीितापण्व बदलिानों
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        उलले्खनीय अदभयान ‘मिी माटी मिा    का  सममान  किने  के  दलए  ‘पि  प्ण
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        िश’ की घोरणा की। ‘दमट्ी को नमन,   प्दतज्ाा’, ‘्सुधा ्िन’ औि ‘्ीिों का
        ्ीिों का ्िन’ टैगलाइन के साि िेश   ्िन’  जैसी  पहल  भी  की  जा  िही  हैं।
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        के दलए अपने जी्न का बदलिान िेन  े  इस  अदभयान  की  एक  अनय  प्म्ख
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        ्ाले हमािे साहसी शहीिों को श्रद्ाजदल   द्शरता ‘अमृत कलश यात्ा’ है, दजसमें
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        िेने के दलए एक िा्ट्वयापी औि लोगों   िेश के कोने-कोने से लोग कुल 7,500
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        के नेतृत् ्ाली पहल के रूप में इसकी   कलशों  में  अपनी  भदम  की  दमट्ी  ला
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        कलपना  की  गई  है।  ‘मिी  माटी  मिा   िहे हैं। द्दभन्न क्ेत्ों से पौधों के साि
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        िश’ अदभयान में गा् औि बलॉक सति,   ये कलश िा्ट्ीय यद् समािक के पास
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        सिानीय  शहिी  दनकायों  के  साि-साि   एक  ‘अमृत  ्ादटका’  बनाने  के  दलए
        िाजय औि िा्ट्ीय सति के काय्वक्म   नई दिलली की ओि बढ़ िहे हैं, जो ‘एक
        शादमल होंगे।                      भाित, श्रे्ठ भाित’ के शशकतशाली औि
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            9 अगसत, 2023 को शुरू हुए ‘मेिी   गौि्पण्व प्तीक के रूप में ्खड़ा है।
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        माटी  मिा  िेश’  अदभयान  में  िेश  के   अगले 25 ्रथों तक ‘पंि प्ण’ का
        गा्ों,  पिायतों,  बलॉकों,  कसबों,  शहिों   पालन किने के प्धानमंत्ी के आह्ान ने
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        औि नगि पादलकाओं ने दशलािलकम       न के्ल लोगों को िा्ट् के प्दत अपने










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