Page 7 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 7

बिी शैली             पहाड़ी शैली           नािद्ािा शैली
                 ँ
                 ू
                                                             ु
          बािे में पता िला है, जो कैदलफ़ोदन्वया स  े  द्््  के  सामने  प्सतत  भी  किें  औि
          यहाँ अमिनाि यात्ा किने आए िे। इन   मुझे ्खुशी है दक ऐसा ही एक प्यास इन
          द्िेशी मेहमानों ने अमिनाि यात्ा स  े  दिनों उज्न में िल िहा है। यहाँ िेशभि
                                                   ै
                          ं
                                                          ु
          जुड़े  स्ामी  द््ेकानि  के  अनुभ्ों  के   के  18  दित्काि  पिाणों  पि  आधारित
          बािे में कहीं सुना िा। उससे उनहें इतनी   आकर्वक  दित्किाएँ  बना  िहे  हैं।  ये
          प्ेिणा दमली दक ये ्खि भी अमिनाि   दित्  बिी  शैली,  नािद्ािा  शैली,  पहाड़ी
                           ु
                                                 ू
                                                 ँ
                                                         ं
          यात्ा  किने  आ  गए।  ये  इसे  भग्ान   शैली  औि  अपभ्श  शैली  जैसी  कई
                                                   ै
          भोलेनाि का आशी्ा्वि मानते हैं। यही   द्दश्ट शदलयों में बनेंगे। इनहें उज्ैन
          भाित  की  खादसयत  है  दक  सबको    के दत््ेणी संग्रहालय में प्िदश्वत दकया
          अपनाता है, सबको कुछ न कुछ िेता है।   जाएगा, यानी कुछ समय बाि, जब आप
                                                ै
          ऐसे ही एक फ्रेंि मूल की मदहला हैं –   उज्न जाएँगे, तो महाकाल महालोक
          शािलोट शोपा। बीते दिनों जब मैं फ्ास   के साि-साि एक औि दिवय सिान के
                                      ं
          गया  िा  तो  इनसे  मिी  मुलाकात  हुई   आप िश्वन कि सकरेंगे।
                          े
                                                          ै
          िी। शािलोट शोपा एक योग प्ेशकटशनि     सादियो,  उज्न  में  बन  िही  इन
          हैं, योग टीिि हैं औि उनकी उम्र 100
          साल  से  भी  ़जयािा  है।  ्ो  सेंििी  पाि
                                  ु
          कि िुकी हैं। ्ो दपछले 40 साल से योग
          प्ैशकटस कि िही हैं। ्ो अपने स्ासरय
                                      े
          औि 100 साल की इस आयु का श्रय
          योग को ही िेती हैं। ्ो िदनया में भाित
                            ु
          के  योग  द्ज्ाान  औि  इसकी  ताकत
          का एक प्म्ख िेहिा बन गई हैं। इन
                    ु
          से  हि  दकसी  को  सी्खना  िादहए।  हम
          न के्ल अपनी द्िासत को अंगीकाि
          किें,  बशलक  उसे  दज़ममेिािी  से  साि


                                         3 3
   2   3   4   5   6   7   8   9   10   11   12