Page 39 - Mann Ki Baat - Hindi
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को गक्ति, ्साह्स, फुतिवी, ्सतिककितिा, क्नषठा क्मले, उन पर प्रक्शक्ण का नया प्रोटोकॉल
और तिीव्र मौक्लक प्रवृक्त्तयों के क्लए जाना लागू क्कया जो इन नसलों की कुदरतिी
जातिा है- ये ्सभी गुण उनहें ऑपरेशन के प्रवृक्त्तयों के अनुरूप वैज्ञाक्नक रूप ्से
दौरान अतयंति प्रभावी बनातिे हैं। तिैयार क्कया गया ्ा।
इन द्सी नसलों को एकदम ्से प्रक्शक्ण प्रभशक्ण में प्रौद्योभगकी औि नवाचाि
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काय्षरिम में शाक्मल नहीं क्कया गया, बकलक 1. प्रजनन के प्रया्सों में कोक्शका-
उनके मूल सवभाव, आवशयकतिाओं और क्वज्ञान (्साइटोलॉक्जकल) क्वशलेरण,
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वयावहाररक क्वशरतिाओं को ्समझने के मोबाइल ऐप ्से अंिोत्सग्ष (हीट) का
क्लए कडी क्नगरानी में रखा गया। पहली पूवा्षनुमान और खान-पान में पोरण
पीढ़ी के इन कुत्तों को केवल खेलने और को ्सावधानीपूव्षक शाक्मल करना है।
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इ्सानों के बीच घुलने-क्मलने क्दया गया। 2. NTCD टेकनापुर ने सवदेशी नसलों
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इ्सके बाद वज्ञाक्नक प्रजनन की का प्रदश्षन बेहतिर करने के क्लए
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योजना बनी और द्सरी पीढ़ी के कुत्तों को आधक्नक प्रक्शक्ण और तिकनीकी
अतयंति ्सावधानी ्से पाला-पो्सा गया। उनह ें ्साधन अपनाए। इनमें धवक्न और
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मूलभति ति्ा ्सज्ञानातमक ्समक्द प्रोटोकॉल गंध आधाररति कंिीशक्नंग, ्सट-क्कट,
(कॉक्निक्टव ऐनररचमेंट प्रोटोकॉल) ्स े नवीनतिम प्रक्शक्ण उपकरण, कुदरतिी
्सँवारतिे हुए मानव-शवान ्संबंध को और बाधाएँ और रामपुर ति्ा मुढोल हाउंि
अक्धक मज़बति क्कया गया। की शारीररक ्संरचना एवं सवभाव के
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इ्सके बाद जो तिी्सरी पीढ़ी के कुत्ते अन्सार तिैयार क्कया गया बाधा को्स्ष
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