Page 17 - Mann Ki Baat - Hindi
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बाति है क्क मुझे झारखंि में भगवान क्बर्सा   को  जानतिे  हैं,  जो  ्सेवा  की  भावना  ्से
          मुंिा जी के गाँव उक्लहातिु जाने का अव्सर   ्समाज  को  बदलने  में  जुटे  हैं,  तिो  मुझे
          क्मला ्ा। मैंने वहाँ की माटी को मा्े पर   ज़रूर  बतिाइए।  मुझे  आपके  ्संदेशों  का
          लगाकर प्रणाम क्कया ्ा। भगवान क्बर्सा   हमेशा  की  तिरह  इंतिज़ार  रहेगा।  अगले
          मुंिा जी और कोमारम भीम जी की तिरह   महीने, हम, ‘मन की बाति’ के एक और
          ही हमारे आक्दवा्सी ्समुदायों में कई और   episode में क्मलेंगे, कुछ नए क्वरयों के
          क्वभूक्तियाँ हुई हैं। मेरा आग्रह है क्क आप   ्सा् क्मलेंगे, तिब तिक के क्लए मैं क्वदाई
          उनके बारे में अवशय पढ़ें।          लेतिा हूँ।
              मेिे पयािे देशवाभसययो, ‘मन की बाति’   आप  ्सबका  बहुति-बहुति  धनयवाद।
          के क्लए मुझे आपके भेजे हुए ढ़ेरों ्संदेश   नमसकार।
          क्मलतिे हैं। कई लोग इन ्संदेशों में अपने
          आ्स-पा्स के प्रक्तिभाशाली लोगों के बारे
          में चचा्ष करतिे हैं। मुझे पढ़कर बहुति खुशी
          होतिी है क्क हमारे छोटे शहरों, कसबों, गाँवों
          में भी innovative ideas पर काम हो   ‘मन की बात’ सुनने के िलए QR
          रहे हैं। अगर आप ऐ्से वयक्ति या ्समूहों   कोड सककैन करें।





































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