Page 20 - Mann Ki Baat - Hindi
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छठ
आस्था कथा उत्सव
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छठ पूजा ्सय्ष देव और उनकी पत्ी को ्समक्प्षति एक महत्वपण्ष क्हनद तयोहार है।
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मुखय रूप ्से क्बहार, झारखि, पववी उत्तर प्रदेश और पडो्सी देश नेपाल में मनाया जान े
वाला यह तयोहार भारति की ्सांसककृक्तिक दृढ़तिा, ्सामाक्जक एकतिा और पाररकस्क्तिक
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चतिना का एक गहन प्रमाण है। चार क्दन के इ्स कठोर अनुषठान में पक्वत् स्ान,
उपवा्स, क्नज्षला व्रति, जल में खडे रहना और िूबतिे ति्ा उगतिे ्सय्ष को अरय्ष देना
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शाक्मल है।
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यह तयोहार क्ेत्ीय कैलेंिर के अन्सार वर्ष में दो बार - काक्ति्षक (अ्तिबर/नव्बर)
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और चत् (माच्ष/अप्रल) के महीने में मनाया जातिा है। यह छठे क्दन (रषठी) मनाया जातिा
है और फ्सल कटाई के बाद के मौ्सम ्से जडा हुआ है। उन ्समाजों में जो मुखय रूप
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्से ककृक्र प्रधान ्े और जीवन ति्ा जीक्वका के क्लए ्सय्ष पर क्नभ्षर ्े, ्सय्ष की पूजा न
केवल वयक्तिगति रूप ्से बकलक ्सामुदाक्यक रूप में भी की जाने लगी। ्सुबह का अरय्ष
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भरपूर फ्सल, शाक्ति और ्समक्द के क्लए आभार वय्ति करतिा है, जबक्क शाम का अरय्ष
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्सय्ष देव की ककृपा का आभार वय्ति करतिा है।
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