Page 44 - MAAN KI BAAT - HINDI
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्ॉिकासट स तवशव रांच तक
रे
भारत कमी कहानमी ने ज््मन कोच को जकया प्रेररत
आज के ्स्य ्ें कहाजनयाँ ्सरहदें नहीं देखतीं, बबलक आवाज और भावनाओं कमी ताकत
मू
्से परमी दुजनया तक पहुँच जातमी हैं। प्रधान्ंत्मी श्मी नरेनद्र ्ोदमी के ्न कमी बात काय्मक्र् ्ें ्सुनाई
गई एक घटना ने यहमी ्साजबत जकया है। प्रधान्ंत्मी ने लेक्स जरिड्ैन के ्साथ एक पॉडकासट ्ें
मू
शहडोल के फ़ुटबॉल जखलाजड़यों का जजक्र जकया था। इ्से ्सुनकर ज््मनमी के ्शहर फ़ुटबॉल कोच
जडट्ार बाय्स्मडॉफ़्कर इतने प्रभाजवत हुए जक उनहोंने इन जखलाजड़यों को ज््मनमी ्ें प्रजशक्षण देने
का प्रसताव दे जदया। यह घटना केवल खेल हमी नहीं बबलक
्संयोग और प्रेरणा कमी शबकत का भमी ्सुंदर उदाहरण है।
आज कमी जडजजटल दुजनया ्ें पॉडकासट ्संवाद का नया ्ाधय् बन
चुके हैं। पॉडकासट ने हर वयबकत को वैबशवक ्ंच दे जदया है। कोई
भमी अपने जवचार, अनुभव और ज्ञान को लाखों लोगों तक
पहुँचा ्सकता है। यह ्ाधय् केवल बातचमीत नहीं बबलक बड़े
बदलावों कमी नींव रखने का ्साधन भमी है। प्रधान्ंत्मी कमी बात
और उ्सका अ्सर ज््मनमी तक पहुँचना इ्समी कमी ज््साल
है।
पॉडकासट का ्सब्से बड़ा अ्सर यहमी है जक यह दुजनया
को और करमीब ला रहा है। अब कोई छोटा गाँव, कोई ्साधारण
जकस्सा या जक्समी युवा का ्सपना इंटरनेट और पॉडकासट के जररए वैबशवक चचा्म का जहस्सा बन
्सकता है। इ्समी पॉडकासट के जररए शहडोल के जखलाजड़यों का हुनर अब अंतरराषट्मीय पहचान
पाने कमी ओर अग््सर है।
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