Page 49 - MAAN KI BAAT - HINDI
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ईंधन पर जनभ्मरता क् करना, काब्मन आशा के दमीप जगाने और आत्जनभ्मरता
उत्सज्मन पर अंकुश लगाना और को बढ़ावा देने के बारे ्ें भमी है।
्सतत ऊजा्म के ्ाधय् ्से जक्सानों को ‘्सोलर दमीदमी’ के रूप ्ें, वे प्रगजत
्सशकत बनाना है। देवकमी कमी ्सफलता कमी प्रतमीक हैं और यह ्साजबत करतमी हैं
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इ्समी वयापक दबषटकोण का एक ्सक्् जक ्साह्स और नवाचार ्से, ्सब्से कजठन
रूप है। उनकमी कहानमी इ्स बात का पररबसथजतयों को भमी एक उज्वल भजवषय
उदाहरण है जक कै्से ्सौर ऊजा्म आजथ्मक ्ें बदला जा ्सकता है। उनकमी कहानमी
जवका्स, ्सा्ाजजक ्सशकतमीकरण और इ्स बात का भमी प्र्ाण है जक ग्ा्मीण भारत
पया्मवरणमीय बसथरता को गजत प्रदान कर ्ें, अक्षय ऊजा्म पहले ्से अ्समबद्ध क्षेत्ों
्सकतमी है।
दमू्सरों के जलए देवकमी का ्संदेश ्ें ऊजा्म कमी उपल्धता बढ़ा ्सकतमी है,
्सरल जकंतु प्रभावशालमी है: “्ेरमी तरह रोजगार पैदा कर ्सकतमी है, ्सा्ाजजक
जहम्त जुटाओ और कुछ का् करो। ्सब पररवत्मन ला ्सकतमी है और आजथ्मक
कुछ करो, तुमहें भमी ना् ज्लेगा, तुमहारा जवका्स को गजत दे ्सकतमी है।
्सम्ान भमी बढ़ेगा।” एक ्समीज्त जमीवन “्ुझे यह प्संद है। ्सब ्ुझे ्सोलर
्से एक आत्जवशवा्समी ्जहला उद््मी दमीदमी कहते हैं और ्ुझे यह बहुत प्संद है,
बनने तक का उनका ्सफर, जक्सानों ्से जब ्ोदमी जमी ने ्ेरा ना् जलया तो ्ुझे
यपमीआई भुगतान प्रापत करना और ्सम्ान बहुत अचछा लगा। ्ुझे बहुत खुशमी है जक
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प्रापत करना यह दशा्मता है जक ्सौर ऊजा्म ्ेरमी तरह 130 बहनें हैं।”
केवल जबजलमी के बारे ्ें नहीं है। यह - दवकी जी
रे
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