Page 10 - Mann Ki Baat - Hindi
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करने  का  काम  है।  मेरा  आप  सबसे   की बात’ के श्ोताओं को भी इस बारे में
        आग्रह  है  फक  आप  भी  अपने  पररवार,   बताना चाहता हूँ।
        दोोस्तों, पड़ोफसयों या सहकफम्षयों के साथ   साफथयो,  अमरीका  की  मेरी  यात्ा
        फमलकर  स्वच््छता  अफभयान  में  फहस्सा   के  दोौरान  अमरीकी  सरकार  ने  भारत

        जरूर  लें।  मैं  एक  बार  फिर  ‘स्वच््छ   को करीब 300 प्ाचीन कलाकृफतयों को
        भारत  फमशन’  की  सिलता  पर  आप    वापस लौटाया है। अमरीका के राष्टट्रपफत
        सभी को ब्धाई दोेता हूँ।           बाइडेन  ने  पूरा  अपनापन  फदोखाते  हुए
                                          डेलावेयर (Delaware) के अपने फनजी
            मेरे  प्यारे  दोेशवाफसयो,  हम  सभी   आवास में इनमें से कु्छ कलाकृफतयों को

        को  अपनी  फवरासत  पर  बहुत  गव्ष  है।   मुझे फदोखाया। लौटाई गईं कलाकृफतयाँ
        और  मैं  तो  हमेशा  कहता  हूँ  ‘फवकास   Terracotta,  Stone,  हाथी  के  दोाँत,
        भी-फवरासत भी’। यही वजह है फक मुझे   लकड़ी, ताँबा और काँसे जैसी चीज़ों से
        हाल की अपनी अमरीका यात्ा के एक    बनी हुई हैं। इनमें से कई तो चार हज़ार
        खास पहलू को लेकर बहुत सारे सन्दोेश   साल पुरानी हैं। चार हज़ार साल पुरानी

        फमल रहे हैं। एक बार फिर हमारी प्ाचीन   कलाकृफतयों  से  लेकर  19वीं  सदोी  तक
        कलाकृफतयों की वापसी को लेकर बहुत   की कलाकृफतयों को अमरीका ने वापस
        चचा्ष हो रही है। मैं इसे लेकर आप सबकी   फकया है– इनमें िूलदोान, दोेवी-दोेवताओं
        भावनाओं को समझ सकता हूँ और ‘मन    की  टेराकोटा  (Terracotta)  पफटिकाएँ,


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