Page 11 - Mann Ki Baat - Hindi
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जैन तीथयंकरों की प्फतमाओं के अलावा गया था– यह गम्भीर अपरा्ध है, एक
भगवान बुद् और भगवान श्ी कृष्टण की तरह से यह अपनी फवरासत को खत्म
मूफत्षयाँ भी शाफमल हैं। लौटाई गईं ची़जों करने जैसा है, लेफकन मुझे इस बात की
में पशुओं की कई आकृफतयाँ भी हैं। पुरुर् बहुत खुशी है फक फप्छले एक दोशक में
और मफहलाओं की आकृफतयों वाली ऐसी कई कलाकृफतयाँ और हमारी बहुत
जम्मू-कश्मीर की Terracotta tiles सारी प्ाचीन ्धरोहरों की घर वापसी हुई
तो बेहदो ही फदोलचस्प हैं। इनमें काँसे से है। इस फदोशा में आज भारत कई दोशों
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बनी भगवान श्ी गणेश जी की प्फतमाएँ के साथ फमलकर काम भी कर रहा है।
भी हैं, जो दोफक्ण भारत की हैं। वापस मुझे फवश्वास है जब हम अपनी फवरासत
की गई ची़जों में बड़ी संख्या में भगवान पर गव्ष करते हैं तो दोफनया भी उसका
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फवष्टणु की तस्वीरें भी हैं। ये मुख्य रूप से सम्मान करती है और उसी का नतीजा है
उत्तर और दोफक्ण भारत से जुड़ी हैं। इन फक आज फवश्व के कई दोेश हमारे यहाँ से
कलाकृफतयों को दोेखकर पता चलता है गई हुई ऐसी कलाकृफतयों को हमें वापस
फक हमारे पूव्षज बारीफकयों का फकतना दोे रहे हैं।
ध्यान रखते थे। कला को लेकर उनमें मेरे प्यारे साफथयो, अगर मैं पू्छूँ
गजब की सूझ-बूझ थी। इनमें से बहुत- फक कोई बच्ा कौन-सी भार्ा सबसे
सी कलाकृफतयों को तस्करी और दोूसरे आसानी से और जल्दोी सीखता है, तो
अवै्ध तरीकों से दोेश के बाहर ले जाया आपका जवाब होगा ‘मातृ भार्ा’। हमारे
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