Page 43 - Mann Ki Baat Hindi
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की यात्रा है। यही है ‘फशमा से अशमा तक’
          का सच्ा अथमा—जहाँ हर हाथ से बुना

          ्वसत्र  और  हर  हसतटनटममात  कलाककृटत
          भारत  की  अनंत  सृजनशीलता  और

                                      ू
          भट्वष्य के टलए आतमट्वश्वास का ग्वमापणमा
          प्रतीक बन जाती है।

                 (माननीय प्रधानमत्री का ्वसत्र उद्ोग
                            ं
             के टलए 5F दशष्िकोण: “Farm to Fibre,
                     ृ
           Fibre to Factory, Factory to Fashion,
                                       े
           Fashion to Foreign” — यानी खेत से रेश
          तक, रेशे से कारखाने तक, कारखाने से फैशन

                   तक और फैशन से ट्वदेश तक।)







































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