Page 45 - Mann Ki Baat Hindi
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2. यह सीधा समथमान,
टशलपी समुदायों की
सथायी आजीट्वका
सटनशशचत करता ह ै
ु
और ग्ामीण क्षेत्रों स े
कुशल श्रटमकों का
पलायन रोकने में
मदद देता है।
इि असभयान का उद्ेरय घरेलू ख्त बढ़ाना और भारतीय ्वसरिों को
स्वशेर रू् िे यु्वाओं और शहरी उ्भो्ताओं के बीि ‘गौर्व’ और ‘शैली
के प्तीक’ के रू् में सफर िे सथास्त करना है।
तयोहारों के इि मौिम में आइए, हम अ्नी िच्ची ‘स्वदेशी’ भा्वना बनाए
रखें। फै्ट्ी में बने दीयों की जगह सथानीय सशकल्यों के बने दीये ख़रीद
कर या आयासतत क्ड़ों की जगह हैंडलूम िाड़ी को प्ाथसमकता देकर
कृ
हम उन सशकल्यों को िश्त करते हैं जो भारत की िांसकसतक स्वराित
के िंरक्क हैं। ऐिे ििेत स्वकल् िुनकर हम िीधे तौर ्र अ्नी
कृ
िांसकसतक धरोहर को जीस्वत रखने और उिे गढ़ने ्वाले हाथों को बल
देते हैं।
े
इिी िे प्ररत होकर
्वसरि मरिालय न े
ं
हैंडलूम, हसतसशल्
और क्ड़ा उत्ादों
की घरेलू माँग बढ़ान े
के सलए इि ्वर्त
स्वदेशी असभयान
आरमभ सकया है।
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