Page 26 - Mann Ki Baat - Hindi
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1950 से 2025 : संविधान लोकतंत् की


               दूरदर्शिता और दृढ़ता का िसीयतनामा





                                          और ववववध पहचानों को मूत्ष रूप दता है।
                                                                   ़े
                                              भारतीय  संववधान  की  रचना  एक
                                          लोकतांवत्रक, समाव़ेरी और प्रगवतरील
                                          समाज  के  वलए  मजबूत  आधार  प्रदान
                                          करन की दृनषट स की गई िी। वपछल  ़े
                                                        ़े
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                                          75  वरषों  में,  यह  उभरती  चुनौवतयों  का
                                                      ़े
                                          समाधान  करन,  सामावजक  पररवत्षनों
                                                           ़े
                                          के  प्रवत  उत्तरदायी  होन  और  राषट्  की
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                  वकरन ररवजजू             संचालक  रनकत  की  आवशयकताओं
                                                     ़े
             संसदीय काय्ष मंत्रालय और     को  पूरा  करन  के  वलए  ववकवसत  हुआ
            अलपसंखयक मामलों के मंत्री,    है।  संरोधनों,  नयावयक  वयाखयाओं
                                                                       ़े
                 भारत सरकार               और प्रगवतरील कानून के माधयम स,
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                                          संववधान न सुवननशचत वकया है वक रासन
                                                        ़े
                                          समाव़ेरी  बना  रह  और  अवधकारों  की
                                          रक्ा हो।
                                              संववधान नागररकों के रूप में हमार  ़े
                                          मौवलक  अवधकारों  स  लकर  हमारी
                                                           ़े
                                                              ़े
            जैसा  वक  हम  भारत  की  सवतंत्रता   वजमम़ेदाररयों तक, जीवन को हर पहलू
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        और  अपन  संववधान  की  वचरसिायी    स  प्रभाववत  करता  है।  यह  कानून  की
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                                                ़े
        ववरासत  के  75  साल  पूर  होन  का   दृनषट  स  समानता  सुवननशचत  करता  है,
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                                  ़े
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        समरणोतसव  मना  रह  हैं,  यह  इस  बात   बोलन तिा अवभवयनकत की सवतंत्रता की
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                                                ़े
        पर ववचार करन का उपयुकत अवसर है    गारंटी दता है, और वरक्ा, रोजगार तिा
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        वक इस जीवंत दसतावज न अपन लोगों    सममान के अवधकार की रक्ा करता है।
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        की आकांक्ाओं को पूरा करन के वलए   य अवधकार वयनकतयों को सरकत बनात  ़े
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                                                                      ़े
        राषट् को कैस़े ववकवसत, अनुककूवलत और   हैं,  सामावजक  सद ्भाव  को  बढ़ावा  दत  ़े
        वनदवेवरत वकया है। 26 जनवरी, 1950 को   हैं, और नयाय, सवतंत्रता, समानता तिा
                                                                   ़े
        लागू वकया गया भारतीय संववधान केवल   बंधुतव के वसद्ांतों को बनाए रखत हैं।
        एक कानूनी संरचना नहीं है, बनलक हमार  ़े  Constitution75.com  जैसी
                                                   ़े
        सामूवहक  संकलप  का  प्रवतवबमब  है,  जो   पहल  हमार  संववधान  की  ववरासत  का
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        एक  जीवंत  राषट्  की  आराओं,  सपनों   समरणोतसव मनान में महत्वपण्ष भवमका
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