Page 23 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 23
करता है। भारतीय संववधान की यात्रा में द़ेर की बदलती जरूरतों के अनुसार
इसके वनमा्षताओं और भारत के लोगों संववधान में कई संरोधन हुए हैं। यह
की दृढ़ता तिा प्रवतबद्ता का प्रमाण है, भारत के लोकतंत्र की आधारवरला
़े
वजनहोंन नयायपूण्ष और वनषपक् समाज बना हुआ है, जो चुनौवतयों और प्रगवत के
्ष
़े
के वलए संघर्ष वकया। वपछल कुछ वरषों समय में राषट् का माग्षदरन करता है।
19 19