Page 57 - MAAN KI BAAT - HINDI
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मू
          तरककमी अधरमी रहतमी है।
              जवशवक्ा्म जयंतमी ह्ें यहमी ज्सखातमी

          है जक ह्ें उन हाथों का शुक्रगुजार होना
          चाजहए जजन्से राषट् कमी इ्ारत का जन्ा्मण

          होता है। जजन हथेजलयों पर ्ेहनत कमी
          लकमीरें उभरमी होतमी हैं वहमी असल ्ें भारत

          कमी ताकत हैं।
              इ्स पावन अव्सर पर ह्ें प्रण करना

          चाजहए जक ह् अपने जवशवक्ा्म बंधुओं कमी
          ्ेहनत कमी कद्र करेंगे, उनहें आगे बढ़ाने
          ्ें ्सहयोग करेंगे और उनके कौशल को

          आने वालमी पमीजढ़यों तक पहुँचाने का प्रया्स
          करेंगे। यहमी उनके जलए ्सच्मी श्द्धांजजल

          होगमी और यहमी ह्ारे राषट् कमी प्रगजत का
          आधार भमी है।


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