Page 55 - MAAN KI BAAT - HINDI
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जक्समी बड़े ्ंच या रोशनमी कमी चकाचौंध के, है। इ्स योजना का उद्शय पारमपररक
चुपचाप अपने औजारों के ्साथ देश कमी कौशल ्से जुड़े लोगों को न ज्सफ़्क ्सम्ान
तरककमी कमी इ्ारत खड़मी करते रहते हैं। देना है बबलक इ्सके द्ारा उनहें आधुजनक
उनका श्् हमी है जो ह्ारमी अथ्मवयवसथा, प्रजशक्षण, आ्सान ऋण और बाजार ्से
ह्ारमी रोज्रा्म कमी जजंदगमी और ह्ारमी जोड़ने का अव्सर भमी प्रदान जकया जा
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्संसकृजत को ्जबतमी देता है। ्सकेगा।
प्रधान्ंत्मी नरेनद्र ्ोदमी ने हाल हमी भारत ्सरकार कमी यह योजना उन
्ें अपने ‘्न कमी बात’ ्समबोधन ्ें इन हाथों कमी कद्र करतमी है जो जबना थके
श्ज्क बंधुओं का जवशेष रूप ्से जजक्र और जबना रुके ह्ारे ्स्ाज को ्सहेजते
जकया। उनहोंने कहा जक ्सुतार, लोहार, और बनाते हैं। प्रधान्ंत्मी का कहना है
्सुनार, कुमहार, ्मूजत्मकार और बढ़ई जै्से जक कौशल और जशलप केवल जमीजवका
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जशलपकार भारत कमी ्स्जद्ध कमी बुजनयाद का ्साधन नहीं बबलक यह ह्ारमी पहचान
रहे हैं। और जवरा्सत है।
्ीएर तवशवकरामा योजना जवशवक्ा्म जयंतमी ह्ें यह भमी याद
श्ज्कों, कारमीगरों और जशलपकारों के जदलातमी है जक जवज्ञान, टेक्ोलॉजमी और
योगदान को ्ानयता देने के जलए ‘पमीए् आधुजनकता के इ्स दौर ्ें भमी कारमीगरों
जवशवक्ा्म योजना’ कमी शुरुआत कमी गई का ्हतव क् नहीं हुआ है। बबलक अब
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