Page 16 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
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मदन मोहनजी : हाँ, और ््या।
ं
प्धानमत्री जी : चप्ए, मेरी बहुत-
बहुत शुभकामनाएँ हैं आिको मदन
मोहनजी।
मदन मोहनजी : बनारस को साहब
आिने काशी पवशवनाथ सटेशन बना
पद्या, डेव्िमेंट कर पद्या। ्ये आिको
बधाई है हमारी तरफ़ से।
प्धानमत्री जी : मैं आिका धन्यवाद
ं
करता हँ। हमने ््या बना्या जी, बनारस
ू
के ्ोगों ने बनारस को बना्या है। नहीं
तो, हम तो माँ गंगा की सेवा के प्ए, मा ँ
ु
गंगा ने ब्ा्या है, बस, और कुछ नहीं।
ठीक है जी, बहुत-बहुत शुभकामनाए ँ
आिको। प्णाम जी। भी हम जानते ही हैं। दपन्या के पकतन े
ु
मदन मोहनजी : नमसकार सर! ही देश, इसकी तरफ आकप््मत हैं। कुछ
ं
प्धानमत्री जी : नमसकार जी! पदन िह्े ही भारत और पसंगािुर के
सापथ्यो, देश के सामान्य मानव के बीच UPI- िे नाउ प्ंक ्ाॅनच पक्या
प्ए, मध्यम वग्म के प्ए, िहाड़ी क्ेत्रों में ग्या। अब पसंगािुर और भारत के ्ोग
रहने वा्ों के प्ए, ई-संजीवनी, जीवन अिने मोबाइ् फ़ोन से उसी तरह िैस े
रक्ा करने वा्ा ऐि बन रहा है। ्ये ह ै ट्ासफर कर रहे हैं, जैसे वे अिने-अिन े
ं
भारत की पडपजट् क्ाकनत की शक्त देश के अंदर करते हैं। मुझे खुशी ह ै
और इसका प्भाव आज हम हर क्ेत्र पक ्ोगों ने इसका ्ाभ उठाना शुरू
में देख रहे हैं। भारत के UPI की ताकत कर पद्या है। भारत का ई-संजीवनी ऐि
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