Page 28 - Mann Ki Baat - Hindi
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ऐतिहाशसक जानकाररयों का भंडार ह मैदाम
ैं
संरक्ण टवभाग चािेगा टक इसका एक
मैनेरमेंट पलान ्बने और भटवषय में
यिाँ टकसी प्रकार का अटतक्रमण न िो।
भटवषय के 10-20 सालों को धयान में रिते
िुए िमें यि धयान रिना िै टक मैदाम
देिने आने वाले पिय्थटकों के टलए उटचत
वयवसथाएँ िों।
यदु्बीर टसि रावत रिाँ तक पिय्थटन के टवकास की
ं
ू
मिाटनदेशक, भारतीय पिुराततव सवक्ण टवभाग ्बात िै, यि पिववोत्तर भारत के टलए एक
वे
्बिुत ्बड़ी उपिलमबध िै। स्बसे ्बड़ी
चीर, रो िमें धयान में रिनी िै, वो यि
टक मैदाम अपिनी वत्थमान मसथटत को
्बरकरार रिें। िम उस टिसा्ब से िी
इनको टवकटसत करने की कोटशश करें।
इस तरीके से िम उनिें संरटक्त भी कर
सकते िैं और पिय्थटन को भी ्बढ़ा सकते
िैं। अिोम लोगों के टदलों में मैदाम को
चराईदेउ मैदाम को टवशव धरोिर लेकर ्बिुत स्मान िै, कयोंटक ये उनकी
सथलों में शाटमल टकया गया िै। इस पिव्थरों की समाटधयाँ िैं। अिोम लोगों के
ू
वरि से अ्ब केवल भारत के िी निीं, इस भावनातमक लगाव के कारण इसे
्बमलक यिाँ भारत के ्बािर से भी लोग संरटक्त रिने में और आसानी िोगी
देिने के टलए आने वाले िैं। मैदाम की और मैदाम के संरक्ण के टलए सथानीय
रो साइट िैं, वि एक ्बिुत सुनदर घाटी समार का पिूरा सियोग और समथ्थन
िै। विाँ अभी ़जयादा लोग निीं रिते िैं। टमल भी रिा िै।
आर की तारीि में भारत सरकार और र्ब से मैदाम को टवशव धरोिर के
राजय सरकार ने टमलकर ्बिुत अचछे रूपि में पििचान टमली िै और प्रधानमंरिी
तरीके से उनिें संरटक्त टकया िुआ िै। िम ने अपिने ‘मन की ्बात’ काय्थक्रम में
चािते िैं टक आगे भी ऐसा िी िो। पिुराततव इसका उललेि टकया िै, त्ब से लोगों में
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