Page 52 - Mann Ki Baat Hindi
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राष्ट्ीय स्वयि्वक िंघ के
100 ्वर्त
ि्वा और राष्ट् सनमा्तण की एक िदी
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1925 में ट्वजयदशमी के टदन डॉ. केश्व बटलराम हेडग्वार द्ारा सथाटपत
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राष्ट्रीय स्वयंस्वक संघ (RSS) ने, भारत की राष्ट्रीय चेतना टनमामाण के 100
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्वषमा पूरे कर टलए हैं। यह संगठन एकता, अनुशासन और स्वा की भा्वना को
प्रोतसाटहत करते हुए आज भी देश के सामाटजक और सांसककृटतक जी्वन में
महत््वपणमा भटमका टनभा रहा है।
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प्रधानमत्री नरनद् मोदी ने अपने शता्दी संदेश में, आरएसएस को
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“समाज स्वा और राष्ट्र टनमामाण को समटपमात आंदोलन” बताया। संगठन की
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100 ्वषमा की यात्रा को नमन करते हुए उनहोंने कहा, “यही सपना साकार
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करने के टलए असंखय स्वयंस्वकों ने अपना जी्वन समटपमात टकया है।”
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