Page 30 - Mann Ki Baat Hindi
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शक्त के िाथ िफर
महासागरों को जीतने ्वाली बेटियाँ
जब साहस समुद् से टमलता है, तो लहरों पर महानता की कहाटनयाँ टलखी जाती हैं।
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लश्िनेंि कमांडर टदलना के. और लश्िनेंि कमांडर रपा ए. की नाट्वका सागर पररक्रमा-
II पूरी करने के बाद भारतीय तिों पर ्वापसी ऐसा ही एक क्षण था, टजसने पूरे देश को
ग्वमा से भर टदया। नौसेना की इन दो मटहला अटधकाररयों ने “डबल-हैंडेड मोड” में ट्वश्व
पररक्रमा करने ्वाली भारत की पहली जोड़ी बनने का गौर्व प्रापत टकया — के्वल प्वन और
पाल की शश्त के सहारे। यह यात्रा के्वल रोमांच की नहीं थी, यह साहस, दढ संकलप
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और नारी शश्त की भा्वना का प्रतीक थी।
नास्वका िागर ्ररक्रमा-II : िीमाओं के ्ार िफर
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नाट्वका सागर पररक्रमा के दूसरे संसकरण में लश्िनेंि कमांडर टदलना और लश्िनेंि
कमांडर रपा ने नौकायन पोत INSV ताररणी पर आठ महीनों (2 अ्तूबर, 2024 से 29
मई, 2025 तक) में 25,000 से अटधक नॉटिकल मील की यात्रा पूरी की। उनहोंने भारत स े
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प्रसथान टकया और फ्ीमेंिल (ऑसट्रेटलया), टलट्टलिन (नयजीलैंड), पोि्ट सिेनली (फ़ॉकलैंड
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द्ीप समूह) और केप िाउन (दटक्षण अफ्ीका) पर ठहरा्व टलया, टफर मातृभटम लौिीं। इस
दौरान उनहोंने तीन महासागरों और तीन महान केपस को पार टकया, और पृथ्वी की कुछ
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