Page 32 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 32

गुजराति, 2340.62 क्कलोमीटर ल्बाई के ्सा्,
                               देश की ्सब्से ल्बी तिटरेखा वाला राजय है। ्सौराषट्र
                               प्रायविीप का भाल क्ेत् ख्भाति की खाडी के पकशचमी
                               तिट पर कस्ति है। यही वह क्ेत् है जहाँ धोलेरा कस्ति
                                                               े
                               है। गुजराति वन क्वभाग धोलेरा के दलदली क्त्ों में मैंग्रोव
                                    ं
                               का क्नरतिर रोपण कर रहा है, क्ज्स्से एक प्रभावी ‘हररति
                               कवच’  का  क्नमा्षण  हो  रहा  है।  इ्स्से  क्हतिधारकों  को
                               अनेक पाररकस्क्तिक और आक्््षक लाभ क्मल रहे हैं।
                                  धयो्लिा  औि  उसके  आसपास  के  सिानीय
                                      े
                               सामुदाभयक  भहरधािकों  के  भ्लए  मैंग्योव  पुनसिा्तपन
                               परिययोरना के ्लाभ
                                  धोलेरा क्ेत् में मैंग्रोव रोपण अक्भयान ्से मछुआरा

           ु्त
       अरनभाई मयोढवाभडया       ्समुदाय के क्लए मछक्लयों, केकडों और अनय वाक्णकजयक
        वन एवं पया्षवरण, जलवाय  ु  ्समद्री उतपादों को पकडने में वक्द हुई है। इ्सके अलावा,
                                                     ृ
                                 ु
        पररवति्षन और क्वज्ञान एव  ं
           प्रौद्ोक्गकी मंत्ी    ्समुद्र तिट पर एक हररति दीवार का काम करने वाली
             गुजराति           मैंग्रोव  की  ्सुरक्ातमक  प्रककृक्ति  के  कारण,  ्समुदाय  के
                               क्हतिधारकों को भी चरम मौ्सम की घटनाओं के प्रक्ति
       मैंग्रोव प्रभाव         बेहतिर लचीलापन क्मलतिा है।       े      े
                                  धोलेरा  में  रोपण  के  पैमाने  (3,500  ह्टेयर  ्स
                               अक्धक) के पररणामसवरूप आ्सपा्स के खतिों में लवणतिा
                                                             े
                               के प्रवेश में भी बदलाव आ रहा है।
                                  पडा्ला द्ीप, कयोिी क्रीक कचछ में मैंग्योव ्लभनांग
                               सेंटि
                                  गुजराति का कचछ कुल मैंग्रोव क्ेत् का 71 प्रक्तिशति
                               क्हस्सा  है।  कचछ  पकशचम  वन  प्रभाग,  तिटीय  आवा्सों
                                    ू
                               और मति्ष आय के क्लए मैंग्रोव पहल (MISHTI) योजना
                               के तिहति, कोरी रिीक क्ेत् में मैंग्रोव रोपण और अनय
                               गक्तिक्वक्धयाँ कर रहा है। हर ्साल 1.5 लाख ्से अक्धक
                               पय्षटक नारायण ्सरोवर - कोटेशवर क्ेत् का दौरा करतिे
                               हैं, जो ्सीमा पय्षटन ्सक्ककिट का एक क्हस्सा है। कोरी रिीक
                               क्ेत् में जागरूकतिा बढ़ाने और पय्षटन को बढ़ावा देन  े


                                       32
                                       32
   27   28   29   30   31   32   33   34   35   36   37