Page 35 - MANN KI BAAT (Hindi)
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मतिाताओं को चुनाि से समबंखधत
ु
किाचार की ररपोट्ट करने की सखिधा
िेती है। इसके अखतररकत मतिान केंद्रों
पर लाइि िेबकाकसटंग पारिखश्षता
ु
सखनकशचत करती है और प्रखरिया में
ै
खिशिास पिा करती है।
भारत का लोकतंत्र सभी के
ं
प्रखतखनखधति के खसद्धात पर पनपता है।
खनिा्षचन आयोग ने शारीररक क्षमता,
सथान या जेंडर की परिाह खकए खबना
े
प्रतयक नागररक को शाखमल करन े
के खनरंतर प्रयासों के माधयम से एक
ै
िकशिक उिाहरण सथाखपत खकया है।
आइए हम चुनाि का पि्ष मनाते हुए,
अखधक-से-अखधक संखया में मतिान
करने और लोकताखत्रक प्रखरिया में
ं
ं
सखरिय भागीिार बनने के प्रधानमत्री
के आह्ान को याि करें। हम साथ
खमलकर, एक मजबूत और अखधक
समािेशी लोकतंत्र का खनमा्षण जारी
रिें, खजसमें हर िोट मायने रिता है
और हर आिाज़ सुनी जाती है।
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