Page 57 - Mann Ki Baat - Hindi
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भार्त की स्ास्थय यात्ा में
मील का पित्थर
कुरुषिेत् वजला मलेररया के वखलाफ़ ल़िाई में अग्णी उदाहरण के रूप में उभरा है। वप्ले कु् िषषों से
यहाँ मलेररया का कोई मामला सामने नहीं आया है। सिास्थय विभाग, सथानीय कायघाक्ताघाओं और सहयोगी
समुदायों के समवपघा्त प्रयासों से वजले ने मलेररया उनमूलन चरण में स्त्त प्रगव्त की है। लगा्तार अवभयानों,
्िरर्त कारघािाई रणनीव्तयों और जन जागरूक्ता पहलों के माधयम से, कुरुषिेत् ने रोग िाहक बीमाररयों के
जोवखम को काफी हद ्तक कम कर वदया है, और अपने अनुकरणीय प्रदशघान के वलए भार्त सरकार से
सम्मान प्राप्त वकया है।
“हमारा वजला चार िषषों से मलेररया उनमूलन चरण में है, और हमारा लक्य
ऐसी लसथव्त बनाए रखना है वक कोई भी नया मामला न हो। हमने गाँिों और
शहरों में मलेररया से सम्बंवध्त गव्तविवधयों का संचालन करने िाली 125
टीमों का गठन वकया है। बलॉक स्तर पर ्िरर्त कारघािाई टीमों का गठन भी
वकया गया है। वप्ले मलेररया या डेंगू के मामलों िाले हॉटसपॉट षिेत्ों को
प्राथवमक्ता दी जा्ती है। हमारी टीमें जागरूक्ता कायघारिमों और ब़िछे पैमाने
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पर बुखार सम्बंधी सिषिणों में शावमल हो्ती हैं। ये पूरी आस्तीन के कप़िछे
पहनने, पानी के भंडारण का प्रबंधन करने और दरिा़िों ्तथा वख़िवकयों पर
सरिीन लगाने जैसे वनिारक उपायों को बढ़ािा दे्ती हैं।”
- वबंदु राय, वजला महामारी विशेषज्ञ, कुरुषिेत्
“2022 से, वजले में मलेररया का कोई भी मामला सामने नहीं आया
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है। हमारे कायघाक्ताघा रर-रर जाकर सिषिण कर्त हैं, मच्रों के लािाघा
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को नषट कर्त हैं और पानी के कंटनरों को ढकने के वलए ‘चुन्नी
अवभयान’ जैसे उपायों के बारे में लोगों को वशवषि्त कर्त हैं। हर
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प्रकार से ्तैयार सरकारी असप्तालों और वनजी प्रयोगशालाओं ्तथा
असप्तालों के साथ समलनि्त प्रयास ्त्काल रोग का प्ता लगाना
और उपचार करना सुवनलशच्त कर्त हैं, ्तावक हमारी ़िीरो केस की
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लसथव्त बनी रहे।”
- डॉ. प्रदीप कुमार, वजला मलेररया अवधकारी, कुरुषिेत्
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