Page 52 - Mann Ki Baat - Hindi
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सभी क ललए स्वास्थ्
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आयुष्थान भथारत से बदलतथा ि्रीिन
आबादी को कैंसर के उपचार के वलए
ववत्तीय कवरज प्रदान करके साम्थय्ष और
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पहँच में अंतर को दूर करन में एक बड़ा
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कदम रही है। पात्र लाभावि्षयों के नामांकन
में आसानी, राषट्ीय सतर पर इस़े लाग ू
करना, योजना में साव्षजवनक और वनजी
दोनों सवास्थय सुववधाओं को रावमल
करना, रोवगयों द्ारा प्रारनमभक भुगतान
की आवशयकता के वबना असपतालों को
डॉ. सी.एस. प्रम़ेर सीधा भुगतान, राजयों के साि लागत-
एमएस, एरआरसीएस साझाकरण कुछ अनूठी ववऱेरताएँ हैं,
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वनद़ेरक, टाटा ममोररयल असपताल वजनहोंन अपऩे इस उद्दशय को पूरा करन में
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‘आयुषमान भारत प्रधानमत्री जन आरोगय
योजना’ की सरलता में योगदान वदया है,
तावक वकसी को भी वहन क्मता की कमी
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के कारण वचवकतसा स ववचत नहीं वकया
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जा सके। पववोत्तर और पहाड़ी राजयों के
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भारत में मृतय का तीसरा प्रमुख वलए केंद्र द्ारा उच् लागत साझाकरण ऩे
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कारण कैंसर है। इसके उपचार के भौगोवलक चुनौवतयों के कारण इलाज में
पररणाम उवचत और वयापक वचवकतसा की आ रही उन चुनौवतयों का सामाधान ढूढऩे
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समय पर उपलबधता स़े जुड़े हैं– जो पहँच, का प्रयास वकया है, वजनके कारण इन
साम्थय्ष और गुणवत्ता का प्रवतरल है। क़्ेत्रों के वनवावसयों को कैंसर के इलाज
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उपचार की उच् लागत और सबके वलए के वलए वववभन्न रहरों में जाना मनशकल
सवास्थय वचवकतसा की कमी के कारण होता है।
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अवधकारत: साम्थय्ष स अवधक खच्ष होता रोकस वसर्फ ववत्तीय सहायता
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है। कैंसर उपचार के वलए असपताल की का प्रावधान करन पर नहीं है, बनलक
लमबी दूरी की यात्रा के कारण उपचार में गुणवत्तापण्ष और उपयोगी वचवकतसा
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दर होना अिवा उपचार न करना, आवि्षक सवाओं की उपलबधता सवननशचत करन ़े
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साधन का अभाव और उच् मृतय दर पर है। गुणवत्तापण्ष वचवकतसा सवाए ँ
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होती है, वजसस सबस अवधक प्रभाववत सवननशचत करऩे के वलए, राषट्ीय सवास्थय
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कमजोर वग्ष होत हैं। प्रावधकरण (एनएचए) न ‘आयुषमान भारत
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‘आयुषमान भारत प्रधानमत्री जन प्रधानमत्री जन आरोगय योजना’ के तहत
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आरोगय योजना’ (एबी पीएम-जएवाई), कैंसर सवास्थय लाभ पैकेजों को राषट्ीय
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दवनया की सबस बड़ी सरकारी ववत्त पोवरत कैंसर वग्रड (एनसीजी) द्ारा ववकवसत
सवास्थय आशवासन योजना है। यह कम कैंसर उपचार वदरावनदवेरों की आवशयक
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आय वाली और हावरए पर रहन वाली और इषटतम श्णी के साि जोड़न के वलए
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