Page 40 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
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और इसी भाव में सवामी पववेकानंद
ने भी ्युवाओं को सनदेश पद्या था –
‘उपत्तष्ठत जाग्रत प्ाप्य वरापन्नबोधत’
्यानी पक आि उठो, जागो और ज्ाान
की प्ाकपत तक रुको मत। भारती्य
क्ाएँ इन सभी सनदेशों से जुड़ी हैं।
इसप्ए भारती्य क्ाएँ सव्यं में
अनूठी हैं।
भारत में कठिुत्ी क्ाकार
भी सुनदरता से रामा्यण, महाभारत
व ऐसी आध्याकतमक कथाओं द्ारा
हमारे भारती्य मॉरलस और वैल्यूज़
को हमारी अग्ी िीढ़ी तक िहुँचाने
ू
का महत्विण्म का्य्म करते हैं। आज
की िीढ़ी अिने इपतहास के बारे में
जानना चाहती है – चाहे वह ििेट के
माध्यम से हो, नृत्य के माध्यम से हो
्या संगीत के माध्यम से हो, ्युवा िीढ़ी
कृ
अिनी संसकपत से जुड़ना चाहती है।
्यही हमारी क्ाओं की सश्तता है
पक वे भारती्य संसकपत का प्दश्मन
कृ
करती हैं।
मेरा इस संसथा में िह्ा काम
ही अमृत ्युवा क्ा महोतसव की
शुरुआत करना था। हमारे आने वा्े
का्य्मक्मों में भी हम सकू् व कॉ्ेज
के छात्रों से जुड़ेंगे और हमारे वररष्ठ
क्ाकारों के साथ पववेचना करेंगे
तापक हमारी नई िीढ़ी बहुआ्यामी
क्ा और भारती्य संसकपत के बारे
कृ
में जान सकें।
सरकार द्ारा भारत की ्ुपतप्ा्य
क्ाओं को बढ़ावा देने िर डॉ.
संध्या िुरेचा के पवचार जानने के
प्ए QR कोड सकैन करें।
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