Page 38 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
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संध्या िुरेचा
अध्यक्, संगीत नाटक अकादमी
भारतीय संस्तत की प्रततिनति ह कलाए ँ
कृ
ैं
‘सापहत्यसङ्ीतक्ापवहीनः साक्ातिशुः साथ भारत की ्युवा शक्त की क्ाओं
िुचछपव्ाणहीनः’ – ्यानी पक सापहत्य, को िहचाना, पजससे ्ोक संगीत, नृत्य
संगीत और क्ा के पबना अगर मनुष््य और क्ा को बहुत बढ़ावा पम्ा है।
है तो वह िशु समान है। संगीत नाटक सभी क्ाकार बहुत ही भावपवभोर हैं
अकादमी में हम इसी पवचार को आगे पक उनके पचंतन, मनन और अिने-
्े जा रहे हैं। प्धानमंत्री नरेनद् मोदी ने अिने क्त्र में उनकी साधना का फ्
े
जो िंच प्ण पदए थे, उसमें सबसे िह्ा प्धानमंत्री की सराहना के रूि में आ्या
प्ण ्यह था पक हमारी पवरासत िर हमें है। वे उतसापहत हैं और अचछा काम करने
गव्म करना चापहए और ्यही वे हमारी के प्ए रोमांपचत हैं। मुझे ्यह ्गता है
्युवा िीढ़ी को पसखा भी रहे हैं। इनहीं की ्युवाओं को इससे ्यह सनदेश पम्ा है
क्ाओं, पजनहें आतमसात करते हुए पक भारती्य क्ाओं और अिनी धरोहर
्युवा आगे ्े जा रहे हैं, को प्ोतसाहन देने को उनहें आगे बढ़ाते रहना है।
हेतु संगीत नाटक अकादमी द्ारा उसताद सुरपसंगार वाद्य्यंत्र, जो आज
पबकसमल्ाह ़खान ्युवा िुरसकार शुरू प्ा्यः ्ुपत हो चुका है, जॉ्यदीि मुख़जजी
पक्या ग्या था। ने इसे आगे बढ़ा्या, नारी शक्त आज
े
मैं प्धानमंत्रीजी का आभार व्य्त तक मैंडोप्न के क्त्र में नहीं थीं, िरनतु
करती हूँ पक उनहोंने ्युवा िीढ़ी काे इतना नागमपणजी ने उसे ्यथाथ्म पक्या, वारकरी
प्ोतसापहत पक्या। उनहोंने पडपजट् कीत्मन, पजसे िुरसककृत पकए जाने की
इंपड्या, इकॉनोमी, हेलथ, सवचछ भारत कोई कलिना भी नहीं कर सकता था,
अपभ्यान में ्युवाओं के ्योगदान के साथ- अब उसे िहचान पम्ी है और इन सभी
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