Page 6 - MAN KI BAAT HINDI
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            साफथयो,   आधफनक    मफडकल      हमारे  साथ  जुड़ने  जा  रहे  हैं।  फपता  जी
        साइंस के इस दौर में ऑगचान डोनेशन,   का नाम है सुखबीर फसंह संधू जी और
        फकसी को जी्न देने का एक बहुत बड़ा   माता जी का नाम है सुप्ीत कौर जी, ये
        माधयम बन चुका है। कहते हैं, जब एक   परर्ार पंजाब के अमृतसर में रहते हैं।
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        वयस्त मृतय के बाद अपना शरीर दान   बहुत  मन्नतों  के  बाद  उनहें  एक  बहुत
        करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक   सुनदर गुफड़या, फबफटया हुई थी। घर के
        नया जी्न फमलने की समभा्ना बनती    लोगों  ने  बहुत  पयार  से  उसका  नाम
        है। संतोष की बात है फक आज देश में   रखा था – अबाबत कौर। अबाबत का
        ऑगचान डोनेशन के प्फत जागरूकता भी   अथचा दूसरे की से्ा से जुड़ा है, दूसरों का
        बढ़ रही है। साल 2013 में हमारे देश में,   कषट दूर करने से जुड़ा है। अबाबत जब
        ऑगचान डोनेशन के 5 ह़जार से भी कम   फसर्फ़ उनतालीस (39) फदन की थी, तभी
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        केसेज़  थे,  लफकन  2022  में  ये  संखया   ्ो यह दुफनया छोड़कर चली गई, लेफकन
        बढ़कर 15 ह़जार से ़जयादा हो गई है।   सुखबीर फसंह संधूजी और उनकी पत्ी
        ऑगचान डोनेशन करने ्ाले वयस्तयों ने,   सुप्ीत कौर जी ने, उनके परर्ार ने बहुत
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        उनके परर्ार ने ्ाकई बहुत पुणय का   ही प्रणादायी िैसला फलया। ये िैसला
        काम फकया है।                      था– उनतालीस (39) फदन की उम्र ्ाली
            साफथयो, मेरा बहुत समय से मन   बेटी  के  अंगदान  का,  ऑगचान  डोनेशन
        था फक मैं ऐसा पुणय कायचा करने ्ाल  े  का। हमारे साथ इस समय िोन लाइन
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        लोगों के ‘मन की बात’ जानँ और इस  े  पर सुखबीर फसंह और उनकी श्ीमती जी
        देश्ाफसयों  के  साथ  भी  शेयर  करूूँ।   मौजूद हैं। आइए, उनसे बात करते हैं।
        इसफलए आज ‘मन की बात’ में हमार  े      प्धानमंत्ी जी : सुखबीरजी नमसत। े
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        साथ एक पयारी सी फबफटया, एक सुनदर      सुखबीरजी  :  नमसत  माननीय
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        गफड़या  के  फपता  और  उनकी  माता  जी   प्धानमंत्ी जी। सत श्ी अकाल।


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