Page 47 - Mann Ki Baat - Hindi
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                                 धिन््यवयाद प्र्कस्त असि्ययान


              ‘मेयेर प््यार दशवापस्यो, उ�राखंड के उ�रकाशी मेें एक सीमेावतशी गाँव है ‘झाला’। ्यहाँ के
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          ्युवाओं न अिन गाँव को स्वच्छ रखन के पलए एक खास िहल शुरू की है। व अिन गाँव मेें
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          ‘धन्द्यवाद प्रकृपत’ ्या कहें ‘थैंक््य नचर’ अपि्यान चला रह हैं। इसके तहत गाँव मेें प्रपतपदन दो
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          घंटि़े सफ़ाई की जाती है। गाँव की गपल्यों मेें पबखर हुए ककूड़़े को समेयेटिकर, उस गाँव के बाहर,
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          त्य जगह िर डाला जाता है। इसस झाला गाँव िी स्वच्छ हो रहा है और लोग िी जागरूक
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          हो रह हैं। आि सोपचए, अगर ऐस ही हर गाँव, हर गली-हर मेोहल्ला अिन ्यहाँ ऐसा ही थैंक््य  ू
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          अपि्यान शुरू कर द, तो पकतना बड़ा िररवत्यन आ सकता है।
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                                     -प्रधिानमंत्री नरेन्दद् मोदी ‘मन की बात’ सम्बोधिन म ें








          उ�रकाशी, उ�राखंड मेें ग्रामे झाला के ्युवाओं द्ारा शुरू पक्या ग्या ‘धन्द्यवाद प्रकृपत अपि्यान’
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          (थैंक््य नचर) समेुदा्य के नतृत्व वाल स्वच्छता प्र्यासों का एक मेॉडल बन ग्या है। इस िहल के
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          तहत ग्रामेीण अिनी गपल्यों की सिाई, कचरा एकत् करन और गाँव के बाहर पनधा्यररत स्थानों
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          िर उसका पनिटिान करन के कामे के पलए रोजाना दो घंटि़े दत हैं। ्योग मेंगल समेूह न 2020
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          मेें अिनी स्थािना के बाद स स्वच्छता के मेहत्तव के बार मेें जागरूकता बढ़ान और पनवापस्यों के
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          बीच पजम्मेयेदारी की िावना को बढ़ावा दन मेें मेहत्तविण्य िपमेका पनिाई है। इनके लगातार प्र्यासों
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          और सोशल मेीपड्या की शस्क्त के मेाध््यमे स इस अपि्यान न न केवल गाँव को बदल पद्या है,
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          बस्ल्क व््यािक राष्टट्ी्य जुड़ाव को िी प्रयेररत पक्या है।
                    स्वच्छ िारत पमेशन की िररकल्िना को िूरा करन के पलए प्रधानमेंत्ी मेोदी न ‘मेन
                                                                      ये
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                    की बात’ के 114वें एपिसोड मेें ग्रामे झाला के ्युवाओं द्ारा चलाए जा रह ‘धन्द्यवाद
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                    प्रकृपत अपि्यान’ का पजक्र पक्या। 8 जुलाई स हमे स्वच्छता अपि्यान चला रह  ये
                    हैं, जो 2020 मेें शुरू पकए गए प्र्यासों िर आधाररत है।
                    हमेन इसकी शुरुआत ग्रामे सिा झाला स की और हपस्यल घाटिी के आठ वाइब्रैंटि
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                    गाँवों और गंगोत्ी की कल्िगदर मेपदर सपमेपत के सह्योग स हमेें सिलता का
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                    िूरा िरोसा है। उन्दहोंन िूर गंगोत्ी क्येत् मेें ‘धन्द्यवाद प्रकृपत अपि्यान’ के पवस्तार
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                    के पलए अिना िूरा सह्योग दन का संकल्ि पल्या है।
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                    -अक्भ्षेक रौतेलेा, अध्यक्ष, धिन्दयवाद प्रकृक्त अक्भयान, झालेा गाँव
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