Page 45 - MANN KI BAAT (Hindi)
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          यात्रा  सपैडेकस  खमशन  के  साथ  शुरू   खबनिओं  के  साथ  बनाई  गई  थी  जहा  ँ
          हुई।  इसे  अंतररक्ष  डॉखकंग  क्षमता  को   अंतररक्ष  यान  को  पहले  से  खनधा्षररत
                                                                      ं
          उत्तरोत्तर  खिकखसत  करने  के  उद्शय   िूरी पर एक साथ रिा गया था। अखतम
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          से  एक  आधारभूत  प्रिश्षन  के  रूप   चरण के िौरान, कैपचर खकए जाने के
          में  माना  गया  था।  प्रिश्षन  के  खलए   बाि  अंतररक्ष  यान  को  एक-िूसरे  के
          सािधानीपूि्षक  खमशन  योजना  और    और  करीब  लाया  जाता  है  और  खफर
          कई  तकनीकों  तथा  कई  समबंखधत     अंत में समरि अंतररक्ष यान का खनमा्षण
          चुनौखतयों  का  खिकास  आिशयक  था।   होता  है।  डॉखकंग  के  प्रतयक  चरण  में
                                                                े
          सपेसरिाफट-ए  (एसडीएकस-01)  और     खिखभन्न  चुनौखतयों  का  सामना  करना
                                                      े
          सपेसरिाफट-बी  (एसडीएकस-02)  नामक   पड़ा और प्रतयक मुद् का सािधानीपि्षक
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          SPADEX  (सपैडेकस)  अंतररक्षयानों  को,   समाधान  खकया  गया।  अंतररक्ष  यान
          खजनमें से प्रतयेक का द्रवयमान लगभग   को 16 जनिरी 2025 को सफलतापि्षक
                                                                      ू
          220  खकलोरिाम  है,  30  खिसमबर,  2024   डॉक खकया गया। इस प्रकार भारत इस
          को  पीएसएलिी  द्ारा  प्रथम  लॉनच  पैड,   जखटल तकनीक का प्रिश्षन करने िाल  े
          श्ीहररकोटा से 55 खडरिी झुकाि पर 475   कुछ िेशों में शाखमल हो गया।
          खकमी की ऊँचाई की एक सटीक कक्षा       अंतररक्ष  में  डॉखकंग  प्रयोग  का
          में प्रक्षेखपत खकया गया।          सफल प्रिश्षन सिायत्त डॉखकंग के खलए
              डॉखकंग  को  पूरा  करने  के  खलए   एक  अरििूत  है  और  बीएएस  के  खलए
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          मुखय सतमभ सटीक नखिगेशन, उन्नत     अंतररक्ष सटेशनों के मॉड्ल को इकट्ा
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          सेंसर  और  माग्षिश्षन  प्रणाली  तथा   करने, इन सटेशनों पर चालक िल तथा
          डॉखकंग  खससटम  हैं।  ये  खससटम  यह   आपूखत्ष पहुँचाने और चंद्रयान-4 के नमूनों
          सखनकशचत करेंगे खक अंतररक्ष यान पूरी   को  पृ्थिी  की  कक्षा  में  िापस  लाने  के
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          तरह से संरेखित हों और डॉखकंग होने   खलए  भारत  के  भखिषय  के  खमशनों  के
          के  खलए  िासतखिक  समय  में  िूरी  को   खलए  महत्िपूण्ष  है,  जहाँ  मॉड्ल  पृ्थिी
                                                                   ू
          मापें। खमशन की योजना कई तरह के    के िायुमंडल का सामना करने के खलए




















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