Page 12 - MANN KI BAAT (Hindi)
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उपग्रहों को डॉक करन स लकर
बे
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जीवन को दवकदसत करन तक
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भारत का ब्रहाांडी्
नवाचार
अंतररक्ष में ही अंकुररत हुए। ये एक बेहि का समाधान िेने के खलए खकतने
प्ररणािायक प्रयोग है जो भखिषय में space visionary हैं। हमारा िेश आज Space
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में सक्जयाँ उगाने का रासता िोलेगा। य े technology में नए कीखत्षमान सथाखपत
खििाता है खक हमारे िैज्ााखनक खकतनी िूर कर रहा है। मैं भारत के िैज्ााखनकों,
की सोच के साथ काम कर रहे हैं। innovators और युिा उद्यखमयों को पूरे
साखथयो, मैं आपको एक और िेश की ओर से शुभकामनाएँ िेता हूँ।
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प्ररणािायक पहल के बारे में बताना चाहता
ू
हँ। IIT मद्रास का ExTeM केंद्र अंतररक्ष में मेरे पयारे िेशिाखसयो, आपने कई
manufacturing के खलए नई तकनीकों बार इंसानों और जानिरों के बीच गजब
पर काम कर रहा है। ये केंद्र अंतररक्ष में की िोसती की तसिीरें ििी होंगी, आपने
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3D–Printed buildings, metal foams जानिरों की िफािारी की कहाखनयाँ सुनी
और optical fibers जैसी तकनीकों पर होंगी। जानिर पालतू हों या जंगल में
Research कर रहा है। ये सेंटर खबना पानी रहने िाले पशु, इंसानों से उनका नाता
के concrete खनमा्षण जैसी रिांखतकारी कई बार हैरान कर िेता है। जानिर भले
खिखधयों को भी खिकखसत कर रहा है। बोल नहीं पाते, लेखकन उनकी भािनाओं
ExTeM (एकसटेम) की ये Research, को, उनके हाि-भाि को इंसान भली-
भारत के गगनयान खमशन और भखिषय भांखत भाँप लेते हैं। जानिर भी पयार की
के Space Station को मजबूती िेगी। भाषा को समझते हैं, उसे खनभाते भी हैं।
इससे manufacturing में आधखनक मैं आपसे असम का एक उिाहरण साझा
ु
Technology के भी नए रासत िुलेंगे। करना चाहता हूँ। असम में एक जगह है
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साखथयो, ये सभी उपलक्धयाँ इस ‘नौगाँि’। नौगाँि हमारे िेश की महान
बात का प्रमाण हैं खक भारत के िैज्ााखनक खिभूखत श्ीमंत शंकरिि जी का जनम
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और innovators भखिषय की चुनौखतयों सथान भी है। ये जगह बहुत ही सुंिर है।
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