Page 23 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
P. 23
‘मन की बात’ अिनी शुरुआत से ही पिछ्े कुछ व्षों में ‘मन की बात’
राष्ट् पनमा्मण के प्ए जन भागीदारी का्य्मक्म समाज में िररवत्मन के उतप्ेरक
ं
की भावना को बढ़ावा देने के प्ए के रूि में रूिांतररत हुआ है। प्धानमत्री
एक शक्तशा्ी माध्यम रहा है और ने सवचछ भारत अपभ्यान, जो आज एक
भारत के ्ोगों के प्ए अिनी रा्य सफ् अपभ्यान है, की शुरुआत शाशवत
े
देने तथा पवकास में भाग ्ेने के प्ए कहावत “््ीन्ीनेस इज़ न्सट टू
एक मंच के रूि में पवकपसत हुआ है। गॉड्ीनेस” के साथ करके िूरे देश को
े
आठ सा् से च् रहे ‘मन की बात’ प्ररत पक्या; ‘हर िर पतरंगा’ अपभ्यान
ं
का्य्मक्म में हर महीने प्धानमत्री को के प्ए जन भागीदारी का आग्रह कर
ु
ढेर सारे ित्र प्ापत होते हैं। ्यह का्य्मक्म इसे नागररकों से जड़ा भारत का सबस े
ू
130 करोड़ भारती्यों की सामपहक बड़ा अपभ्यान बना पद्या। ‘आज़ादी का
शक्त, संकलि और आकांक्ाओं का अमृत महोतसव’ को सरकारी िह् स े
प्पतपबमब है। जन-आंदो्न में बद्ने से ्ेकर ्ोगों
इस िह् के माध्यम से प्धानमंत्री को कोपवड-19 टीकाकरण अपभ्यान के
न केव् राष्ट् पनमा्मण में ्योगदान देने प्ए प्ेररत करने तक, पजसने इसे 200
ु
वा्े हर िह्ू के बारे में जानकारी देते हैं, करोड़ से अपधक टीकों के साथ दपन्या
े
पशपक्त, प्ररत, आग्रह तथा प्शंसा करते का सबसे बड़ा टीकाकरण अपभ्यान
हैं, बकलक समाज के सभी क्ेत्रों से आए बना पद्या – ‘मन की बात’ केव् एक
े
नागररकों को अिनी रा्य, पचनताओं और रपड्यो का्य्मक्म से आगे बढ़कर भारत
सुझावों को व्य्त करने का भी अवसर के समग्र पवकास के प्पतपबमब और जन
देते हैं, पजनहें वे इस मापसक का्य्मक्म में भागीदारी की अपभव्यक्त के रूि में
साझा कर ्ोगों की आवाज़ को सामने सफ्तािव्मक पवकपसत हुआ है।
ू
्ाते हैं। क्पमक रूि से प्साररत होने वा्ी
19 19