Page 22 - Mann Ki Baat - Hindi, February,2023
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मन की बाि


                              जन भागीदारी की अभभव्यक्ति




            शता्दी की तरफ बढ़ते इस सफ़र       ्यह ठीक ही कहा ग्या है पक, “श्दों
        में, ‘मन की बात’ को आि सभी ने जन   की शक्त से देश को आगे बढ़ाने वा्े
                                                               ु
        भागीदारी की अपभव्यक्त का अद ्भुत   नेताओं के उदाहरणों का पवि् इपतहास
          े
        प्टफ़ॉम्म  बना  पद्या  है।  हर  महीने   है।”  भारत  के  गपतशी्  ्ोकतंत्र  के
        ्ाखों सनदेशों में, पकतने ही ्ोगों के   इपतहास में ्यह िह्ी बार हुआ है पक देश
        ‘मन की बात’ मुझ तक िहुँचती है।    के एक पनवा्मपचत नेता ने भारत की न्ज़
                    -प्धानमंत्री नरेनद् मोदी   जानने के प्ए देश के नागररकों के साथ
             (‘मन की बात’ के समबोधन में )  सीधा, दोतरफ़ा संवाद सथापित पक्या है।
                                             हर महीने प्साररत ‘मन की बात’
                                          एक अनूठा और अिनी तरह का िह्ा
                                          रेपड्यो  का्य्मक्म  है,  पजसमें  प्धानमंत्री
                                          नरेनद्  मोदी  भारत  के  नागररकों  को
                                          समबोपधत करते हैं। देश के कोने-कोने
                                                                  े
                                          में आम ्ोगों तक िहुँचने के उद्श्य के
                                          साथ 2014 में प्ारमभ पकए गए ‘मन की
                                          बात’ का प्सारण दुपन्या के सबसे बड़े
                                          रेपड्यो  नेटवक्फ  और  प्सारण  संगठन
                                          आकाशवाणी से पक्या जाता है। ्यह 262
                                          रेपड्यो  सटेशनों,  दूरदश्मन  और  पवपभन्न
                                                        े
         “‘मन की बात’ को व्यािक रूि से    सोश्  मीपड्या  प्टफ़ॉमस्म  के  नेटवक्फ
         सामापजक क्ाकनत करार पद्या ग्या   िर  उि््ध  करा्या  जाता  है  और
                                                                    कृ
         है  और  इसका  ठोस  आधार  जन      सामापजक-आपथ्मक  तथा  सांसकपतक
         भागीदारी में िा्या जाता है। प्त्यक   रूि से पवपवध आबादी के पवशा् सिे्ट्म
                                  े
         एपिसोड व्यक्त्यों की िररवत्मनकारी   तक िहुँचता है।
         शक्त  में  प्धानमत्री  के  अटूट     “मन  की  बात  हर  भारती्य  स  े
                         ं
         पवशवास के मापसक अनुसमारक का      जड़ने और हमारे देश का भपवष््य बेहतर
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         एक ््यरेशन है।”                  बनाने  का  आंदो्न  है।”  प्धानमत्री
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                                                                     ं
                            -जे.िी. नड्ा   नरनद् मोदी के ्ये श्द सही मा्यने में
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                       राज्यसभा सांसद     ‘मन की बात’ का सार समेटे हुए हैं।

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