Page 39 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 39
्ीबी-मुकत भारत के फलए मुफ़त इलाज, मुझे बहुत स्ाफभमान महसूस होता
डॉक्र से द्ाइयाँ और फन-क्य फमत् है फक मुझे ्ीबी-मुकत भारत राष्ट्रीय
जैसी योजनाएँ तैयार हैं। दूसरी चीज़ यह अफभयान का राजदूत फनयुकत फकया गया
े
फक इस बीमारी का इलाज बहुत लमबा और मुझे रोल मॉडल के रप में दिा जाता
ू
है, फजसमें आपको लगातार द्ाई िाते है। मैं यह अपना दाफयत् मानती हँ फक मैं
ें
ू
रहना है और पौकष््क आहार लेना है, ्ीबी मरीज़ों से फमलँ और उनह अ्ेयर
लोग ऐसा नहीं कर पाते। एक और बड़ी करूँ। मैंने लगभग 10 ्ीबी मरीज़ों को
ें
समसया यह है फक आइडेंफ्फिकेशन गोद फलया है और मैं स्यं उनह भोजन देन े
ू
ऑफ़ फसमप्मस में ही लोग देर कर जाती हँ। मुझे काफ़ी अच्ा लगता है फक
टू
े
देते हैं और जब फसमप्मस ढँढ भी मेरी आय का कु् फहससा उनकी स्ा में
लेते हैं तो फिर इनहीं ्ीबी ग्फसत लोगों जाता है। कई बार जब मैं फ्देश में होती
ू
को फब्कुल अलग कर देते है। इससे हँ, तब मैं उनसे ्लीफ़ोन पर या ्ीफडयो
े
ू
उनकी से्ा नहीं हो पाती, उनका इलाज कॉल से स्ाद करती हँ। मेरा यह प्यत्न
ं
नहीं हो पाता। जब फन-क्य फमत् बनकर रहता है फक फजस भी डॉक्र के तहत
लोग आते हैं, आपका हाि िामते हैं, तब ्ीबी मरीज़ इलाज ले रहे हैं, उनसे भी मैं
समाज के अंदर िैली नकारातमक सोच बातचीत करूँ फक पेशेंटस कैसे हैं ताफक
फम्ती है। अकाउ्फबफल्ी रहे। मेरे अडोप् फकए
िं
े
35
35
35