Page 34 - Mann Ki Baat - Hindi
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बोझ का सामना करते हैं। फन-क्य फमत् बैंक िातों में लगभग 2,000 करोड़ रुपय े
अफभयान के तहत ्ीबी मरीज़ों को दी की राफश सीधे अंतररत की गई, फजसस े
गई आफि्दक मदद एक हज़ार करोड़ ्ीबी का इलाज करा रहे लगभग 75
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रुपये तक पहँच गई है। लाि रोफगयों को लाभ हुआ। ्ाराणसी
इसके अला्ा, ्ीबी फनयत्ण के में ्न ््ड्ट ्ीबी फशिर सममलन के
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फलए एक ्ेब-सक्म रोगी प्बनधन दौरान प्धानमंत्ी ने ्ीबी-मुकत पंचायत,
प्णाली फन-क्य, राष्ट्रीय क्य रोग ल्ु ्ीबी फन्ारक उपचार (TPT) और
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उनमलन काय्दक्रम (NTIP) के तहत ्ीबी के फलए परर्ार-केंफद्रत दिभाल
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संचाफलत की जाती है। इसका उपयोग मॉडल सफहत फ्फभन्न पहलों की भी
देश भर में फ्फभन्न सतरों पर स्ास्थय शुरुआत की।
काय्दकता्दओं द्ारा राष्ट्रीय ्ीबी फन-क्य फमत् अफभयान के माधयम
फनगरानी प्णाली के रप में और देश से ्ीबी रोफगयों को गोद लेकर भारत
भर की प्योगशालाओं से फ्फभन्न प्कार इस बीमारी से प्भाफ्त लोगों के साि
के परीक्ण के ऑड्टर करने, उपचार लमब समय से चले आ रहे भेदभा्
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फ््रण ररकॉड्ट करने, उपचार पालन की को चुनौती देते हुए समा्फशता और
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फनगरानी करने और दिभाल प्दाताओं सहानुभफत की संसकृफत को बिा्ा दे
के बीच मामलों को सिानांतररत करन े रहा है। सा््दजफनक और फनजी सहयोग
के फलए भी फकया जाता है। सरकार की सीमा से परे जाकर सरकार ने सभी
फन-क्य पोरण योजना के तहत इलाज को ्ीबी-मुकत भारत के लक्य में भाग
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पूरा होने तक फन-क्य में पंजीकृत सभी लेने और योगदान करने के फलए प्ररत
्ीबी रोफगयों को हर महीने मुफत पोरण फकया है। ्ीबी-मुकत भारत के फ्ज़न
सहायता भी प्दान करती है। को प्ापत करने के प्यास में फदलों को
सरकार ने 2018 में ्ीबी रोफगयों के ्टू लेने ्ाला यह आंदोलन, एकता
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फलए डायरेक् बफनफि् ट्रासिर सफ्धा और करुणा की शककत का प्दश्दन कर
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शर की, फजसके पररणामस्रप उनके रहा है।
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