Page 52 - Mann Ki Baat - Hindi
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बाघों के साथ सामंजसय


                      भारत का रिभावी संरक्षण रियास



                                     कृ
               बार िीपढयों से हमारी सांसकपतक पवरासत का एक महतविि्थ पहससा रहे
                                                           ू
         हैं। िूरे देश में, ऐसे कई गाँव हैं, रहाँ मनुष्य और बार सामंरसय के सार रहते हैं।
          हालाँपक, परन रगहों िर संरष्थ होते हैं, वहाँ बारों की सुरक्षा सुपनमशचत करने के
                          पलए हर स्भव उिाय पकए राते हैं।
             प्रधानमंत्ी नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ के स्बोधन में िूरे भारत में समुदाय
         के नेतृतव वाले बार संरक्षि प्रयासों िर प्रकाश डाला और उनकी प्रशंसा की। इसी
         सन्दभ्थ में दूरदश्थन समाचार की टीम ने कुछ प्रमुख बार संरक्षक सरलों के लोगों से
                                    बात की।


              “ताडोबा  में  बाघों  की  आबादी  बढ़ने   “मैं  अगरजारी  कैमप  साइ्ट  पर
              से पय्थ्टन में िवधि हुई है और अवधक     इको-्टूरऱजम  मैनेजर  के  तौर  पर
                         ृ
              संखया  में  सिदेशी  और  अंतरराषट्ीय   काम  करती  हूँ।  गोंड  और  माना
              पय्थ्टक इस षिेत्र में आ रहे हैं। पय्थ्टन   जनजावतयाँ ऐवतहावसक रूप से िन
              में  इस  िवधि  ने  स्थानीय  ग्ामीणों  की   षिेत्र में रहती हैं और खुद को जंगल
                     ृ
              आय  में  सुधार  वकया  है  और  उनके   का  वहससा  मानती  हैं,  जो  उनहें
              जीिन-सतर  में  बदलाि  आया  है।   इसकी  रषिा  करने  के  वलए  प्रेररत
              पररणामसिरूप  ग्ामीण  बाघ  संरषिण   करता है। प्रधानमंत्री विारा हाल में
              प्रयासों में िन विभाग का सवक्रय रूप   ‘मन की बात’ में इन जनजावतयों
              से सहयोग करते हैं। प्रधानमंत्री विारा   की प्रशंसा ने जनजातीय समुदायों
              ‘मन की बात’ काय्थक्रम में गोंड और   को अपने संरषिण प्रयासों को बढ़ाने
              माना  जनजावतयों  का  उललेख  करने   के  वलए  प्रेररत  वकया  है।  स्थानीय
              से हमें बाघ संरषिण में योगदान जारी   सियं सहायता समूह वततली उद्ान,
              रखने की प्रेरणा वमली।”         एडिेंचर  पाक्क  और  प्रककृवत  का
                                             प्रबंधन करते हैं।”
               - दीिा शपशकांत नन्नावरे, सफारी    - अरय कोडािे, इकोटूररजम
                  गाइड, ताडोबा-अंधारी टाइगर    मैनेरर, अगररारी कै्ि साइट
                                     ररज़व्थ











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