Page 39 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 39
“हमारे स्टा्ट्टअप को मानयता देने के वलए हम माननीय प्रधानमंत्री के
आभारी हैं। हमने इस तकनीक को इतना सरल बनाया है वक कोई भी साधारण
बुनकर इसका उपयोग कर सकता है। यह ससता भी है। हमारा धयान बुनकरों
को अपने उतपादों को बढ़ाने, अवधक उतपादन करने और उनके उतपादों के
वलए उवचत मूलय सुवनबशचत करने के वलए सशकत बनाने पर है।”
पवरय ककृष्िपिा- कोशा एआई, सह-संसरािक
“हमने एक बहुत ही सरल तकनीक बनाई है। सेल फोन के इसतेमाल से
पररवचत कोई भी वयबकत इसे संचावलत कर सकता है। हमने कई भारतीय भाषाओं
में ऐप विकवसत वकया है। हमारा ऐप िासति में ऑफलाइन मोड में काम करता है।
कृ
हम एआई का उपयोग करके यह िगगीकत करते हैं वक कया असली है और
कया नकली है। आज हम यह सतयावपत कर सकते हैं वक उतपाद प्रामावणक हैं।
प्रधानमंत्री जी ने ‘मन की बात’ काय्थक्रम के माधयम से हमें प्रोतसावहत वकया है।
इसके वलए हम प्रधानमंत्री जी के बहुत आभारी हैं।”
-रामकी कोपडिाडी-कोशा एआई, सह-संसरािक
“ब्रह्मपुत्र फैबलस एक वडवज्टल पले्टफॉम्थ है, जो पूिवोत्र भारत
के कारीगरों और बुनकरों को एकीकत करता है। इसके माधयम से हम
कृ
उनके हसतवनवम्थत उतपादों को बेच सकते हैं और उनहें उपभोकताओं से
जोड सकते हैं। हमारे अवधकांश उतपाद व्टकाऊ हैं, वजसका काब्थन
फु्टवप्रं्ट शूनय है। वजस बात का मैंने 25 साल की उम् में सपना देखा,
उसका अब प्रधानमंत्री जी ‘मन की बात’ में उललेख कर रहे हैं। यह मेरे
वलए गि्थ का षिण है। यह एक शानदार एहसास है।”
़े
ु
ध्ब जयोती डका, संसरािक,
ब्रह्मित् फैबलस
ु
35
35