Page 42 - Mann Ki Baat - Hindi
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मानस हल्पलाइन
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ड्रग्स ि तवरुद्ध मनिाणायि युद्ध
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मेरे पयारे देशवाटसयो, ‘मन की भारत के कुछ क्ेरिों में नशीली
्बात’ में मैंने अकसर आपिसे ड्रगस दवाओं की लत एक ्बड़ी समसया िै,
की चुनौती की चचा्थ की िै। िर पिररवार रो न केवल वयमकतगत रीवन को
की ये टचंता िोती िै टक किीं उनका ्बच्ा प्रभाटवत करती िै, ्बमलक समार और
ड्रगस की चपिेट में ना आ राए। अ्ब ऐसे अथ्थवयवसथा पिर भी गिरा प्रभाव डालती
लोगों की मदद के टलए सरकार ने एक
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टवशेष केंद्र िोला िै, टरसका नाम िै– िै। नशीली दवाओं की लत से रड़ी
‘मानस’। ड्रगस के टिलाफ लड़ाई में ये समसयाओं के समाधान के टलए भारत
्बिुत ्बड़ा कदम िै। कुछ टदन पििले िी सरकार ने MANAS (मादक पिदाथ्थ टनषेध
‘मानस’ की िेलपिलाइन और पिोट्डल को अासूचना केंद्र) िेलपिलाइन शुरू की िै, रो
लॉनच टकया गया िै। उन लोगों की मदद करने के टलए एक
प्रधानमंरिी नरेनद्र मोदी अनोिा प्रयास िै, रो नशीली दवाओं की
(‘मन की ्बात’ स््बोधन में ) लत से रूझ रिे िैं।
केनद्रीय गृि एवं सिकाररता मंरिी
अटमत शाि ने 18 रुलाई, 2024 को
नई टदलली में राषट्ीय नारकोटटकस
िेलपिलाइन MANAS की शुरुआत की।
“नशा मुकत भारत अटभयान के तित
अ्ब तक देश भर में 3 लाि 95 िरार इस अवसर पिर उनिोंने किा टक केंद्र
से अटधक गटतटवटधयों का आयोरन सरकार ने टपिछले 5 साल में सरकारी
टकया गया िै ताटक लोगों को ड्रगस दृमषटकोण और सट्कचरल ररफॉ्स्थ,
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सेवन के ितरे के ्बारे में अवगत इंसटीट्शनल और इंफॉमवेशनल
कराया रा सके। इस प्रयास के तित ररफॉ्स्थ के तीन सत्भों के आधार पिर
उनके साथ वयापिक चचा्थ भी की गई समग्ता से इस लड़ाई को लड़ने का
िै।” प्रयास टकया िै।
-्बी एल वमा्थ इस मुटिम के तित एक टोल-फ्ी
सामाटरक नयाय और अटधकाररता न््बर 1933 रारी टकया गया िै और
राजय मंरिी एक वे्ब पिोट्डल भी प्रार्भ टकया गया
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