Page 45 - Mann Ki Baat Hindi(MAY-2023)
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प्दफश्यत फकया जाता है, जो सग्हालय के ्गषों के सकूली बच्चों के फलए फ्फभन्न
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फनयफमत आगंतुकों को हर बार कुछ नया शफक्क काय्यक्रम, ्ाफर्यक ‘पलटाइम ऐट
देखने का अ्सर देती हैं। नेशनल मयूफजयम’, गममी और सफद्ययों की
यह बड़े ग््य की बात है फक तसकरी छुफटियों के दौरान भारतीय और फ्देशी
कर अ्ैध रूप से देश से बाहर ले जाई छात्रों के फलए इंटन्यफशप, अनय सग्हालयों
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गईं, बड़ी संखया में मफत्ययों सफहत हमारी के पेश्रों के फलए स्ाकालीन प्फशक्ण
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सैकड़ों कलाकफतयों को प्धानमत्री मोदी काय्यक्रम, आगंतुकों के फलए स्यंस्ी
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के ईमानदार और फनरंतर प्यासों स े गाइड काय्यक्रम (90 फमनट का म़फत
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फपछले कुछ ्रषों में ्ापस लाया गया है। फनदवेफशत दौरा), कला ्सतओं का
इनमें से कुछ को राष्ट्रीय सग्हालय में संरक्ण और इसी तरह की समबकनधत
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प्दफश्यत भी फकया गया है। गफतफ्फधयाँ आयोफजत करता है।
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राष्ट्रीय सग्हालय, भारत सरकार सग्हालय ने महत््पण्य ्सतओं का
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के संसकफत मत्रालय का अधीनसथ फ््रण देते हुए फडफजटल दी्ारों की
काया्यलय है, जो भारतीय आगंतुकों को शुरुआत की है और अजंता की गिाओं
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उनकी प्ाचीन संसकफत और पहचान के की खोज के 200 ्र पूरे होने के अ्सर
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प्फत ग््य की भा्ना का अनुभ् कराता ह ै पर, ्चअल एकसपीररएफशयल मयूफजयम
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और फ्देशी आगंतुक भारत की संसकफत (गैलरी) ऑफ़ अजंता (VEMA) को 2018
और उसके मूलयों की सराहना करत े में आगंतुकों के वयापक अनुभ् के फलए
हैं। यह भारतीय और फ्देशी संसथानों स े बनाया गया था।
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फ्शर प्दश्यफनयों का आयोजन भी करता तकनीकी फ्कास के अनुरूप और
है और फ्देशों में प्दश्यफनयों को भेजन े सग्हालयों में लागू फकए गए अफभन्
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के फलए नोडल एजेंसी के रूप में काम फ्चार फनकशचत रूप से आगंतुकों, फ्शर
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करता है। सग्हालय अपनी ्सतओं के रूप से य्ा पीढ़ी को फ्रासत के करीब
फडफजटलीकरण की प्फक्रया में है। RFID लाने और अफधक रुफच पैदा करने ्ाले हैं
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टैग के फलए ्सतओं को फचफनित कर जो आगंतुकों की संखया को भी बढ़ाएँगे।
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रहा है, फदवयाग वयककतयों के फलए सपश्य य्ा ्ग्य रोजगार के रासत तलाशने के
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अनुभ् को फक्रयाकन्त करने के फलए फलए भी आकफर्यत हो सकते हैं। सग्हालय
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पण्य प्यास कर रहा है और फदलली में मट्रो बच्चों और ्यसकों के फलए समान रूप
सटेशनों पर कला प््ेश द्ार खोल रहा से एक मूलय्ान शफक्क संसाधन भी
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है। इसके अला्ा प्खयात फ्द्ानों द्ारा प्दान करते हैं और इस प्कार फ्रासत
महत््पण्य फ्रयों पर वयाखयान �ंखला, के प्फत अपनाए गए हमारे दकष्टकोण में
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सममलन तथा संगोष््ठी, फ्फभन्न आय ु परर्त्यनकारी बदला् इसे संरफक्त करन े
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समूहों फ्शर रूप से समाज के कमजोर और बढ़ा्ा देने की हमारी पररकलपना में
पररलफक्त होता है।
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