Page 12 - Mann Ki Baat Hindi(MAY-2023)
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हैं तो कई बार हमें बहुत कुछ सीखन े एक तरह का ऑनलाइन मयूफजयम है।
को फमलता है। कुछ फदन पहले ही भारत ये जो दुफनयाभर से भेजी गई तस्ीरों
में इंटरनेशनल मयूफजयम एकसपो का और कहाफनयों के माधयम से भारत
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भी आयोजन फकया था। इसमें दफनया के गौर्शाली इफतहास की कफड़यों
के 1200 से अफधक मयूफजयमस की को जोड़ने में जुटा है। फ्भाजन की
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फ्शरताओं को दशा्यया गया। हमार े फ्भीफरका से जुड़ी समृफतयों को भी
यहाँ भारत में अलग-अलग प्कार सामने लाने का प्यास फकया गया है।
के ऐसे कई मयूफजयमस हैं, जो हमार े बीते ्रषों में भी हमने भारत में नए-नए
अतीत से जुड़े अनेक पहलुओं को तरह के मयूफजयम और मेमोररयल
प्दफश्यत करते हैं, जैसे गुरुग्ाम में बनते देखे हैं। स्ाधीनता संग्ाम में
एक अनोखा सग्हालय है– फमफजयो आफद्ासी भाई-बहनों के योगदान को
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कैमरा, इसमें 1860 के बाद के 8 ह़जार समफप्यत 10 नए मयूफजयम बनाए जा रहे
से ़जयादा कैमरों का कलेकशन मौजूद हैं। कोलकाता के फ्कटोररया मेमोररयल
है। तफमलनाडु के मयूफजयम ऑफ़ में फबपलोबी भारत गैलरी हो या फिर
पोफसफबफलटी को हमारे फदवयागजनों जफलया्ाला बाग मेमोररयल का
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को धयान में रखकर फड़जाइन फकया पुनुरुद्ार, देश के सभी प््य प्धानमफत्रयों
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गया है। मुमबई का छत्रपफत फश्ाजी को समफप्यत पीएम मयूफजयम भी आज
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महाराज ्ासत सग्हालय एक ऐसा फदलली की शोभा बढ़ा रहा है। फदलली
मयूफजयम है, फजसमें 70 ह़जार से भी में ही नेशनल ्ार मेमोररयल और
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अफधक चीजें संरफक्त की गई हैं। साल पफलस मेमोररयल में हर रोज अनेकों
2010 में सथाफपत इफडयन मेमोरी प्ोजेकट लोग शहीदों को नमन करने आते हैं।
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संग्रहालय
अतीत के झरोखे, भविषय के द्ार
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