Page 41 - Mann Ki Baat - Hindi
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ही िली जा िही है। इससे पहले इतनी किोड़ लोग आए िे तो इस बाि हम
संखया नहीं िी। इससे ज़यािा लोगों के आने का अनुमान
जो भी लोग काशी आते हैं, उनका लगा िहे िे। अभी हमािे यहाँ लगभग
एक यह भी लक्य होता है दक ्ह 80 से 90 ला्ख लोग आ िुके हैं औि यह
मशनिि जाएँ, कयोंदक मशनिि में अब संखया अभी औि बढ़ेगी।
धादम्वक अनु्ठान किने के दलए इतनी हमने सा्न प्ािमभ होने से पू््व जब
अचछी वय्सिाएँ हो गई हैं। हमािे कुछ तैयारियाँ शुरू की िीं, तब हमने मुखय
पिमानेंट भ्न हैं औि पेयजल आदि की रूप से श्रद्ालुओं को धयान में ि्खकि
वय्सिाएँ हैं। हमने रुकने के दलए भी ही वय्सिा की िी— िाहे ्ो बैरिकेदडंग
्हाँ अदतदिघि बनाया है। हमने जब धाम हो या सुगम िश्वन। हमने यह टािगेट
्व
में सद्सेज़ बनाई िीं तो हमने हि िीज़ बनाया िा दक िाहे श्रद्ालु दकसी भी
का धयान ि्खा िा, िाहे ्ो िकूड कोट्ड हो, दिशा से आएँ, उनहें हम 25 से 30 दमनट
मयूदज़यम हो या कोट्डयाड्ड, इन सब िीज़ों में िश्वन किा िें। िािों गेरस से अलग-
को श्रद्ालुओं की ज़रूितों को धयान में अलग आने की औि जाने की कताि भी
ि्खते हुए बनाया गया िा। एक साि बनाई गई िी। इसी योजना
इस ्र िदक िो माह का सा्न पड़ पि हम कािी समय से काम कि िहे
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िहा है तो काशी द्््नाि नयास परिरद् िे औि हमािे दजतने भी सटेक होलडस्व
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ने उसी तिह की तैयारियाँ की िीं। िदक िे औि सिानीय पुदलस ने इसी दिशा में
दपछली बाि एक महीने में लगभग स्ा काम किते हुए श्रद्ालुओं के अनुभ्
को सिल बनाया।
काशी द्््नाि टेमपल ट्सट श्रद्ालुओं
का अनुभ् कैसे सुगम बना िहा है, यह
जानने के दलए QR कोड सकैन किें।
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