Page 40 - Mann Ki Baat - Hindi
P. 40

डॉ. सुनील ्मा्व

                         सीईओ, श्री काशी द्््नाि टेमपल ट्सट

           कषाशी बवश्वनषार् धषाम : श्रद्षालुओं क नलए एक
                                                       े
                             लोकबप्रय गंिव्


                                                   े
        ्ािाणसी, एक ऐसा शहि, दजसे अमिीकी ले्खक माक्फ र्न ने “इदतहास से भी पुिाना,
        पिमपिा से भी पुिाना, दक्िदतयों से भी पुिाना औि उन सभी को दमलाकि िोगुना
                            ं
                              ं
        पुिाना दि्खने ्ाले” शहि के रूप में ्दण्वत दकया िा, हमेशा पय्वटकों के बीि लोकदप्य
        िहा है पिनतु दिसमबि, 2021 में जब से काशी द्््नाि कॉरिडोि को जीणणोद्ाि के बाि
        ्खोला गया है, तब से यहाँ आने ्ाले लोगों की संखया लगाताि बढ़ िही है। अब काशी में
        हि साल 10 किोड़ से भी ़जयािा पय्वटक पहुँि िहे हैं, दजसका दज़क् प्धानमंत्ी ने हाल ही
        के ‘मन की बात’ काय्वक्म में भी दकया। श्री काशी द्््नाि टेमपल ट्सट के सीईओ,
        डॉ. सुनील ्मा्व से िििश्वन ने इस द्रय में बात की औि जाना दक धाम श्रद्ालुओं के
                       ू
        दलए कया खास इंतज़ाम किता है।
            जब यह धाम बनाया जा िहा िा तो   आते हैं, तो भी हम उनको सिलतापू््वक
        यह  परिकलपना  की  गई  िी  कैसे  इस   िश्वन किाने में सक्म होंगे।
        धाम को भवय रूप दिया जाए औि कैसे       काशी  द्््नाि  कॉरिडोि  के

        श्रद्ालुओं के िश्वन हेतु कुछ पिमपिागत   उि ्घाटन के बाि से श्रद्ालुओं की संखया
        िीज़ों को औि बढ़ाया जाए, सिाई रूप से   में प्दत ्र ्दद् हुई है औि यह संखया
                                                  ्व
                                                    ृ
        से्ाओं को बढ़ाया जाए। उसी दहसाब से   तयोहािों  औि  सपताहांत  पि  कािी  बढ़
        दबशलडग पलान की गई औि पूिे कोट्डयाड्ड   जाती है। सामानय दिनों में भी यह संखया
             ं
        औि  िासतों  को  पलान  दकया  गया  िा।   1-1.5 ला्ख के बीि में होती है। अभी हाल
        हमािा जो अनुमान िा, ्ह यह िा दक   में  गत  सोम्ाि  में  लगभग  6.5  ला्ख
        अगि एक दिन में 10 ला्ख श्रद्ालु भी   लोग आए िे। हि माह यह संखया बढ़ती



                                      36
                                      36
   35   36   37   38   39   40   41   42   43   44   45