Page 20 - MANN KI BAAT (Hindi)
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भारतीय संविधान की महिला शिल्पकार
ं
मैं सखिधान सभा के उन सभी महान संखिधान सभा का गठन 6 खिसमबर,
ू
वयककततिों को नमन करता हँ, खजनहोंन े
ं
हमें हमारा पखित्र सखिधान खिया। सखिधान 1946 को भारत के संखिधान का मसौिा
ं
सभा के िौरान अनेक खिषयों पर लमबी- तैयार करने के महत्िपूण्ष काय्ष के खलए
लमबी चचा्षएँ हुईं। िो चचा्षएँ सखिधान सभा खकया गया था। शुरू में सभा में 389
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के सिसयों के खिचार, उनकी िो िाणी, सिसय थे, बाि में इनकी संखया घटाकर
हमारी बहुत बड़ी धरोहर है।
299 कर िी गई। इनमें 15 मखहला सिसय
– प्रधानमंत्री नरेनद्र मोिी
(‘मन की बात’ समबोधन में ) शाखमल थीं। खिखिध पृषठभूखम से आने
िाली इन 15 प्रमुि सिसयों ने न केिल
संखिधान के प्रारूपण के िौरान, बकलक
उससे पहले और बाि में भी उललेिनीय
योगिान खिया। इनमें राजनेता, सितंत्रता
सेनानी और िकील शाखमल थीं, खजनहोंने
सभा में हुई चचा्षओं में भाग खलया और
अपने खिचार तथा राय को मज़बूती से
रिा।
“भारतीय संखिधान को बनाने की अममू सिामीनाथन एक खनडर
खिशा में पहला काय्ष 1946 में संखिधान सामाखजक काय्षकता्ष
सभा की सथापना के साथ शुरू हुआ। और राजनीखतज्ा
यह सभा प्रांतों, ररयासतों और अनय
क्षेत्रों से चुने गए प्रखतखनखधयों से बनी थी थीं। उनहोंने मखहला
और इसकी प्राथखमक खजममेिारी नए भारतीय संघ
सितंत्र राषट्र के खलए संखिधान तैयार (ड्लयूआईए) की
करना था।”
– ए. सूय्ष प्रकाश सथापना में महत्िपूण्ष भूखमका खनभाई,
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पूि्ष अधयक्ष, प्रसार भारती खजसने बाल खििाह और िििासी प्रथा
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