Page 45 - Mann Ki Baat - Hindi
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अकककनेनी नागेशवर राव ्तपन रसनहा
अलककनेनी नागेशिर राि (एएनआर) ने ्तपन वसनहा बंगाली वफ्म वनमाघा्ताओं में से एक
बायोग्ावफकल वफ्मों से लेकर रोमांवटक थे। यह अपनी विचारोत्तेजक वफ्मों के वलए
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ड्ामा और पारम्पररक कथाओं ्तक की जाने जा्त थे, जो समाज को एक नया ऩिररया
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कई शैवलयों को शावमल कर्त हुए 255 दे्ती थीं। काबुलीिाला, लौह-कपट, हाटछे बाजारे
से अवधक वफ्मों में अवभनय करके जैसी उनकी वफ्मों के वलए उनह राषट्ीय वफ्म
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्तेलुगु वसनेमा में रिांव्त ला दी। उनह प्रदान पुरसकार वमले। उनह 1992 में पद्म श्ी और
वकए गए पुरसकारों में दादा साहब फा्के 2006 में भार्त सरकार द्ारा दादा साहब फा्के
पुरसकार (1990), पद्म श्ी (1968), पद्म पुरसकार से भी सम्मावन्त वकया गया।
भूषण (1988) और पद्म विभूषण (2011)
शावमल हैं।
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